नई दिल्ली। केरल में स्थित सबरीमाला मंदिर में महिलाओं के दर्शन करने पर प्रतिबंध को सुप्रीम कोर्ट ने खारिज कर दिया था। लेकिन अब यह मामला बड़ी खंडपीठ को भेजा गया। मंदिर का पट आज शाम पांच बजे खोला जाएगा। मंदिर का पट लगभग तीन महीने, 20 जनवरी तक खुला रहेगा। मंदिर के पट खुलने से पहले ही महिला कार्यकर्ताओं ने मंदिर में प्रवेश की धमकी दी है। अदालत ने महिलाओं को मंदिर में प्रवेश करने के लिए सुरक्षा प्रदाना नहीं की गई है। राज्य सरकार ने भी महिला श्रद्धालुओं को सुरक्षा प्रदान नहीं प्रदान की है लेकिन कुछ महिला कार्यकर्ताओं ने मंदिर में प्रवेश करने को लेकर बात की है। वहीं सबरीमाला कार्य समिति ने कहा कि अगर महिलाएं मंदिर में प्रवेश करने की कोशिश करती हैं उन्हें रोक दिया जाएगा। भूमाता ब्रिगेड के नेता तृप्ती देसाई और चेन्नई स्थित समूह मैनिटि संगम ने मंदिर में पूजा करने की अपनी योजना की घोषणा की है। उनके अलावा, 45 महिला श्रद्धालुओं ने मंदिर के आॅनलाइन पोर्टल पर दर्शन के लिए आवेदन किया है। सबरीमाला मंदिर के मुख्य पुजारी और तंत्री महेश कंडाराऊ शाम 5 बजे मंदिर का दरवाजा खोलेंगे और तीर्थयात्रियों को दोपहर में मंदिर तक जाने की अनुमति होगी। वहीं पतनमथिट्टा कलेक्टर ने कहा कि हमने सभी इंतजान किए हैं। इस बार को निषेधात्मक आदेश नहीं हैं। लेकिन हम परेशानी पैदा करने वालों से मजबूती से निपटेंगे। बता दें कि सुप्रीम कोर्ट ने 28 सितंबर 2018 को 1० से 5० साल आयुवर्ग के बीच की महिलाओं के मंदिर में प्रवेश पर लगा प्रतिबंध हटा दिया गया था।