पानीपत। सबको रोशनी फाउंडेशन द्वारा सुखदेव नगर मंदिर में मां सीता का जन्मोत्सव हर्षोल्लास के साथ मनाया। इस अवसर पर अध्यात्मिक योग गुरु वीरा गोयल ने कहा कि मां सीता जीवन के हर पहलू की शिक्षा हमें देती है। आज उनका जन्मोत्सव यही सीखने की प्रेरणा देता है। सबको रोशनी फाउंडेशन के संस्थापक संयोजक विकास गोयल ने कहा मां सीता के जीवन से संघर्ष की एक कहानी सीखने को मिलती है, जो हमें मजबूत बनाती है। सीता माता का जीवन हमें त्याग और समर्पण की प्रेरणा सिखाता है।
विषम परिस्थितियों में भी संघर्षशील रहे
मां सीता के जीवन से हमें सीखने को मिलता है कि विषम परिस्थितियों में भी संघर्षशील रहे। स्वयंवर के समय मां सीता घबराई नहीं और अपने आदर्शों के अनुरूप ही अपने स्वयंवर का चयन किया। वनवास के समय अपने राजसी वस्त्र त्याग कर क्षण भर में साधु वेश धारण किया और अपने पति के साथ वन को चल पड़ी। हर विषम परिस्थिति में मां सीता ने जिस प्रकार अपने पति का साथ निभाया, वह सभी के लिए अनुकरणीय है। रावण जब मां सीता को उठाकर ले गया जिस प्रकार का संघर्ष जितना वह कर सकती थी, उससे अधिक उन्होंने किया। वह भी सबके सामने है।
पति के बिना लंका में मर्यादा से रही
अपने पति के बिना लंका में जिस मर्यादा से रही है वह सारे देश की और सारे विश्व भर की महिलाओं के लिए सबसे बड़ा उदाहरण है। संघर्ष की यह सबसे बड़ी दास्तान है। अयोध्या में आने के बाद जब मां सीता को धोबी की छोटी सी बात पर दोबारा बनवास जाना पड़ा यह पीड़ा पूरे जगत के लिए पीड़ादायक है। मां सीता को बेहोश अवस्था में ही लक्ष्मण जी जंगल में छोड़ आए थे, लेकिन मां सीता ने उस परिस्थिति का भी मर्यादा में रहकर पति भक्ति में रहकर अनुकरण किया। मां सीता जी के जन्मोत्सव पर यह सब बातें हमें बहुत कुछ सिखाने की कोशिश कर रही है।
आने वाले वर्षों में और अधिक ऊर्जा के साथ आयोजित किया जाएगा सीता जयंती का उत्सव
सबको रोशनी फाउंडेशन की महिला अध्यक्ष आरती सिंगला ने कहा की फाउंडेशन द्वारा एक छोटा सा प्रयास पानीपत इतिहास में पहली बार किया गया है। सीता जयंती का उत्सव मनाया गया। आने वाले वर्षों में और अधिक ऊर्जा के साथ आयोजित किया जाएगा। प्रकल्प प्रभारी पूजा तुली ने संस्था की विभिन्न जानकारी भी सबके सामने रखी। इस अवसर पर सीमा अग्रवाल, इंदु, मोनिका गर्ग, मंजरी गोयल, मालती अरोड़ा, सरोज बाला गुर, समीक्षा सेठी, रेणु गुप्ता व रश्मि अग्रवाल आदि मौजूद रहे।