S Somnath: सूर्य मिशन की तैयारियां जोरों पर, शुक्र व मंगल मिशन का भी प्लान

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सूर्य मिशन की तैयारियां जोरों पर, इसरो का शुक्र व मंगल मिशन का भी प्लान

Aaj Samaj (आज समाज), S Somnath, नई दिल्ली/बेंगलुरु: चंद्रयान-3 की सफलता के बाद भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) के हौसले बुलंद हैं और संगठन प्रमुख एस सोमनाथ ने सूर्य मिशन के प्रक्षेपण की तैयारियों की जानकारी देने के बाद अब कहा है कि भारत के पास मंगल और शुक्र की यात्रा करने की भी क्षमता है, लेकिन इसके लिए हमें अपना आत्मविश्वास बढ़ाना होगा। इसरो प्रमुख ने कहा, भारत अंतरिक्ष के क्षेत्र में कई बुलंदियां छू सकता है और इसके लिए हमें और ज्यादा निवेश व सहयोग की जरूरत है। अंतरिक्ष क्षेत्र का विकास होगा तो इससे पूरे देश का विकास होगा और यही हमारा मिशन है। पीएम मोदी ने जो हमें विजन दिया था, हम उसे पूरा करने के लिए तैयार हैं।

  • पीएम मोदी के विजन को पूरा करने के लिए तैयार : एस सोमनाथ

सूर्य मिशन की तैयारियां जारी

सोमनाथ ने शनिवार को सूर्य मिशन तैयारी का जिक्र किया था। उन्होंने कहा है कि देश का पहला सौर मिशन आदित्य-एल1 तैयार है और इसे सितंबर के पहले सप्ताह में लॉन्च किया जाएगा। दो दिन में प्रक्षेपण की तारीख की घोषणा की जाएगी। सोमनाथ ने यह भी बताया है कि आदित्य-एल1 श्रीहरिकोटा पहुंच गया है और पीएसएलवी से जुड़ गया है। इसरो का अगला लक्ष्य इसका प्रक्षेपण करना है। आदित्य- एल1 उपग्रह प्रक्षेपण के बाद अण्डाकार कक्षा में जाएगा और वहां से वह एल1 बिंदु तक यात्रा करेगा, जिसमें लगभग 120 दिन लगेंगे।

सूर्य के पास सैटेलाइट भेजने वाला भारत दुनिया का चौथा देश बनेगा

सूर्य मिशन के बाद सूर्य के पास सैटेलाइट भेजने वाला भारत दुनिया का चौथा देश बन जाएगा। इससे पहले अमेरिका जर्मनी व यूरोपीय स्पेस एजेंसी सूर्य पर सैटेलाइट भेज चुके हैं। आदित्य-एल1 अंतरिक्ष यान को सौर कोरोना के दूरस्थ अवलोकन और एल1 (सूर्य-पृथ्वी लैग्रेंजियन बिंदु) पर सौर हवा के सीटू अवलोकन प्रदान करने के लिए डिजाइन किया गया है, जो पृथ्वी से लगभग 15 लाख किमी दूर है। इसरो का यह सूर्य की निगरानी के लिए पहला समर्पित भारतीय अंतरिक्ष मिशन होगा।

चंद्रयान की सफल लैंडिंग पर हर जगह वाहवाही

बता दें कि चंद्रयान-3 की चांद पर सफल लैंडिंग के बाद देश के साथ विदेश में हर तरफ इसरो के वैज्ञानिकों की वाहवाही हो रही है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी ब्रिक्स सम्मेलन से लौटने के बाद शनिवार को सीधा बेंगलुरु में इसरो वैज्ञानिकों से मिलने पहुंचे थे। इस दौरान उन्होंने इसरो के सफल मिशन के लिए वैज्ञानिकों की तारीफ की और आगे भी सहयोग देने की बात कही।

पीएम मोदी ने कल बेंगलुरु में वैज्ञानिकों को बधाई दी

प्रधामनंत्री ने चंद्रयान-3 की लैंडिंग के उपलक्ष्य में 23 अगस्त को हर साल राष्ट्रीय अंतरिक्ष दिवस मनाने का ऐलान किया है। इसी के साथ उन्होंने घोषणा की है कि चंद्रमा की सतह पर विक्रम लैंडर के टचडाउन स्पॉट को अब से ‘शिव शक्ति’ प्वाइंट के नाम से जाना जाएगा, जबकि चंद्रयान -2 चंद्र लैंडिंग बिंदु को ‘तिरंगा’ प्वाइंट कहा जाएगा। पीएम ने कहा कि यह ‘शिव शक्ति’ प्वाइंट आने वाली पीढ़ियों को लोगों के कल्याण के लिए विज्ञान का उपयोग करने के लिए प्रेरित करेगा। लोगों का कल्याण हमारी सर्वोच्च प्रतिबद्धता है।

अंतरिक्ष में महिला रोबोट व्योममित्र भी भेजने का प्लान

इसरो का अंतरिक्ष में महिला रोबोट व्योममित्र भी भेजने का प्लान है। केंद्रीय मंत्री जितेंद्र सिंह ने एक कार्यक्रम यह जानकारी दी है। उन्होंने यह भी कहा कि गगनयान प्रोजेक्ट के तहत अक्टूबर के पहले या दूसरे हफ्ते में एक ट्रायल स्पेसक्राफ्ट भेजा जाएगा। इसमें बाद के मिशन में महिला रोबोट अंतरिक्ष में भेजी जाएगी। अंतरिक्ष यात्रियों को वापस लाना उतना ही महत्वपूर्ण है, जितना उन्हें भेजना। जितेंद्र सिंह ने बताया कि महिला रोबोट व्योममित्र इंसानों जैसी सारी एक्टिविटीज कर सकेगी। अगर सब कुछ ठीक रहा तो हम इसके आगे बढ़ेंगे। जितेंद्र ने यह भी कहा कि भारत को अंतरिक्ष के क्षेत्र में जो भी सफलता मिली है, वो प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा स्पेस सेक्टर को खोलने के चलते मिली है। 2019 में श्रीहरिकोटा स्थित अंतरिक्ष स्पेस सेंटर के गेट बंद कर दिए गए थे, लेकिन अब यहां मीडिया और स्कूल के बच्चों को बुलाया गया।

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