Russia Made Deadly bomb FAB-3000, (आज समाज), मास्को: रूस ने एक ऐसा घातक बम बनाया है जो जमीन या सुरंग के नीचे छिपे दुश्मन का भी खात्मा कर सकता है। इसके अलावा यह किसी भी इमारत, किले या बख्तरबंद इलाके को मिट्टी में मिला सकता है। बड़ी से बड़ी मोटी दीवार को भी यह तोड़ सकता है। रूसी वायुसेना ने यह खुलासा किया है। इस बम का नाम एफएबी-3000 है और यह टारगेट तक हवा में तैरते हुए जाता है और लक्ष्य पूरा करके सेफ लौट आता है।
यूक्रेन में किया जा रहा बम का इस्तेमाल
रूस इस बम का इस्तेमाल यूक्रेन में कर रहा है और यह जहां गिरता है वहां केवल राख बचती है। रूसी वायुसेना के अनुसार एफएबी-3000 में पुराने बमों की तरह सीधे नहीं गिरता, बल्कि यह हवा में तैरते हुए टारगेट की तरफ बढ़ता है। इसमें गाइडेंस किट लगा है। यानी टारगेट सेट करके बम को फाइटर जेट से छोड़ दो। इसके बाद यह हवा में तैरते हुए टारगेट को बर्बाद कर देगा। रूसी मंत्रालय ने एक वीडियो जारी करके अपने नए बम को पेश किया है।
बेहद सटीक और भयानक तबाही मचाने वाला बम
रूसी वायुसेना के अनुसार एफएबी-3000 बेहद सटीक और भयानक तबाही मचाने वाला बम है। इसमें नया यूनीफाइड मॉड्यूल आॅफ प्लानिंग एंड करेक्शन (यूएमपीके) लगाया गया है। यह एक नेविगेशन सिस्टम वाला पंख है, जो बम को हवा में दिशा और गति प्रदान करता है। रूस अपने वायुसेना के एसयू-34 बमवर्षक के जरिए इस बम को यूक्रेन में गिरा रहा है।
खराब मौसम में भी गिराया जा सकता है यह बम
कुछ लोग इसे अमेरिकी बम जेडीएएम-ईआर का रूसी वर्जन भी कह रहे हैं। यूपीएमके खास तरह का गाइडेंस सिस्टम है, जिसमें इनर्शियल नेविगेशन और सैटेलाइट नेविगेशन का मिश्रण होता है। यानी ये बम थोड़े खराब मौसम में भी गिराया जा सकता है। बम के पंख पहले फोल्ड रहते हैं और दागने के बाद ये खुल जाते हैं। इसके बाद पंख बम को हवा में तैराते हुए टारगेट की तरफ ले जाते हैं।
तीन टन वजन, 70 किमी दूर से दाग सकते हैं
एफएबी-3000 बम करीब 13.8 फीट लंबा होता है और इसका व्यास 2.1 फीट होता है। इसका वजन तीन टन है और इसके अंदर आधे वजन का टीएनटी भरा है। इसे टारगेट की तरफ 70 किमी दूर से दागा जा सकता है। यदि यह टारगेट से 300 फीट दूर तक भी गिरता है, तो भी टारगेट पूरी तरह से तबाद हो जाएगा, क्योंकि इसका विस्फोट बेहद खतरनाक है। दरअसल, इसमें खतरनाक विस्फोटक का मिश्रण होता है। इसमें ट्रिटोनॉल भरा जाता है। यानी टीएनटी और अल्युमिनियम पाउडर। इससे विस्फोट की ताकत बढ़ जाती है। इस बम में करीब 1400 किलोग्राम हाई-एक्सप्लोसिव पदार्थ होता है।