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Rules Of Maa Kalratri Puja : हिंदू धर्म के प्राचीन शास्त्रों के अनुसार सप्तमी तिथि पर अलग-अलग हर इंसान चाहता है कि उसके जीवन में सुख, समृद्धि, ऐशोआराम और मनचाहा जीवनसाथी हो। ऐसे में इन चीजों को अपने जीवन में हासिल करने के लिए हम कई तरह के प्रयास भी करते हैं।
नवरात्रि पर्व : सातवें दिन होती है माँ कालरात्रि पूजा Maa Kalratri Puja
दुर्गा पूजा सप्तमी पूजन विधि Maa Kalratri Puja
नवरात्रि की सप्तमी तिथि के दिन कालरात्रि देवी की पूजा की जाती है। सबसे पहले कलश के पास मां कालरात्रि की तस्वीर या मूर्ति स्थापित करें और मंत्रों या सप्तशती का पाठ करें। पूजा में चमेली, गुलदाउदी, और गुड़हल के फूल अवश्य शामिल करें। इस दिन के भोग में मां को गुड़ और जल चढ़ाए जाने का विधान बताया गया है। सातवें दिन की पूजा के दौरान भगवान विष्णु और ब्रह्मा देव की भी पूजा की जाती है।
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पूजा करने से मिलता है माँ कालरात्रि का आशीर्वाद
हालांकि कई बार किस्मत हमारे पक्ष में ना होने की वजह से हमें यह सब नहीं मिल पाता है, लेकिन ज्योतिष के अनुसार ऐसे कई उपाय बताए गए हैं जिन्हें नवरात्रि की सप्तमी तिथि पर करने से आपको देवी कालरात्रि का आशीर्वाद प्राप्त होता है और साथ ही इन सभी चीजों की मनोकामना भी पूरी होती है।
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Rules Of Maa Kalratri Puja : यदि आपके जीवन में आर्थिक तंगी, या धन से संबंधित परेशानियां चल रही है, यह आप धन संचित करने में असफल हो रहे हैं तो नवरात्रि की सप्तमी तिथि के दिन शाम को हनुमान मंदिर में सरसों के तेल का दीपक जलाएं और इसमें सात लौंग डाल दें। इसके उपरांत वहीं बैठकर हनुमान चालीसा 7 बार पढ़ें। उसके बाद भगवान हनुमान की उसी दिए से आरती उतारें। ऐसा करने से आपकी आर्थिक स्थिति में धीरे-धीरे सुधार होने लगेगा, अनावश्यक खर्चे हटने लगेंगे, और आप धन संचित करने में भी सफल होंगे।
Rules Of Maa Kalratri Puja : यदि आपके घर में कोई बार बार बीमार पड़ रहा है या आपके घर में बार-बार हादसे, एक्सीडेंट इत्यादि हो रहे हैं या आपका कोई काम बनते बनते अटक जाता है तो तीन या चार लौंग तेल में डालकर शनिवार के दिन दीपक जलाएं और इसको अपने घर के सब से अंधेरे कोने में रख दें। ऐसा करने से आपके घर में मौजूद नकारात्मक ऊर्जा धीरे-धीरे दूर होने लगेगी और बीमारियां आदि भी हटने लगेंगी।
Rules Of Maa Kalratri Puja : यदि आप कोई भी मांगलिक कार्य करने में बाधा महसूस कर रहे हैं या आपके जीवन पर बुरी नजर का साया है या आप के मान सम्मान में घाटा हो रहा है तो एक पीले रंग का नींबू लेकर इसमें चार लौंग चार दिशाओं में गाड़ दें। उसके बाद ‘ॐ हनुमते नमः’ का जप करें। ऐसा करने से आपके रुके हुए काम बिना किसी बाधा और परेशानी के पूरे होने लगेंगे।
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Rules Of Maa Kalratri Puja : दि आपका बच्चा पढ़ाई में कमजोर है या लाख जतन के पास पढ़ाई में उनके अच्छे मार्क्स नहीं आ पा रहे हैं या आपके बच्चे का दिमाग कमजोर है तो ग्यारह लौंग लेकर बुधवार के दिन इन्हें एक लाल रंग के साफ कपड़े में बांधकर पूजा वाली जगह पर रख दें। इसके बाद ‘ॐ गं गणपतए नमः’ मंत्र का जाप करें। इसके बाद इस लौंग /लौंग को एक-एक करके एक एक दिन अपने बच्चे को खिलाएं। ऐसा करने से उसकी बुद्धि प्रखर होने लगेगी।
महामंत्र : एक वेणी जपाकर्णपूरा नग्ना खरास्थिता। लम्बोष्ठी कर्णिकाकणी तैलाभ्यक्तशरीरणी।।
वामपादोल्लसल्लोहलताकण्टक भूषणा। वर्धनमूर्धध्वजा कृष्णा कालरात्रिर्भयड्करी।।
कालरात्रि जी की आरती Maa Kalratri Puja
कालरात्रि जय-जय-महाकाली। काल के मुह से बचाने वाली॥
दुष्ट संघारक नाम तुम्हारा। महाचंडी तेरा अवतार॥
पृथ्वी और आकाश पे सारा। महाकाली है तेरा पसारा॥
खडग खप्पर रखने वाली। दुष्टों का लहू चखने वाली॥
कलकत्ता स्थान तुम्हारा। सब जगह देखूं तेरा नजारा॥
सभी देवता सब नर-नारी। गावें स्तुति सभी तुम्हारी॥
रक्तदंता और अन्नपूर्णा। कृपा करे तो कोई भी दुःख ना॥
ना कोई चिंता रहे बीमारी। ना कोई गम ना संकट भारी॥
उस पर कभी कष्ट ना आवें। महाकाली माँ जिसे बचाबे॥
तू भी भक्त प्रेम से कह। कालरात्रि माँ तेरी जय॥
Navratri Fasting 2022
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