आज राज्यसभा से भी कृषि सुधार विधेयक पारित हो गया। इस दौरान सदन में विपक्ष के सासंदों ने जमकर हंगामा काटा। सदन में सांसदों नेबिल की कॉपी फाड़ी और माइक भी तोड़ दिए। इन सब हरकतों के कारण संभव है कि उपराष्ट्रपति और राज्यसभा चेयरमैन एम वेंकैया नायडू उन सांसदों के खिलाफ कार्रवाई कर सकते हैं, जिन्होंने रविवार को कृषि सुधार विधेयकों को पारित कराए जाने के दौरान सदन में हंगामा किया। इन सांसदों ने वेल में आकर नारेबाजी करते हुए बिल की कॉपी फाड़ी और आसन के माइक को भी तोड़ डाला। यहां तक कि इन सांसदों ने रूल बुक को भी उपसभापति पर उछाल दिया। तृणमूल कांग्रेस सांसद डेरेक ओ’ब्रायन, कांग्रेस सांसद रिपुन बोरा, आप सांसद संजय सिंह और डीएमके सांसद तिरुचि शिवा को उपसभापति हरिवंश के पोडियम पर लगे माइक को छीनते देखा गया। हंगामे के कारण सदन को कुछ समय के लिए स्थगित भी किया गया।
सूत्रों ने बताया कि राज्यसभा चेयरमैन सांसदों के इस व्यवहार से काफी निराश हैं और वे इन सांसदों के खिलाफ कार्रवाई पर विचार कर रहे हैं। सदन में मौजूद भाजपा के कई सांसदों ने संसद में किए गए इस तरह के व्यवहार पर कार्रवाई की जानी चाहिए। हंगामेके बीच जब उप-सभापति हरिवंश ने दोनों विधेयकों को प्रवर समिति में भेजे जाने के प्रस्ताव पर मतविभाजन की उनकी मांग पर गौर नहीं किया। हकृषि उपज व्यापार और वाणिज्य (संवर्द्धन और सरलीकरण) विधेयक-2020 और कृषक (सशक्तिकरण एवं संरक्षण) कीमत आश्वासन समझौता और कृषि सेवा पर करार विधेयक-2020 को ध्वनिमत से मंजूरी दे दी।