नई दिल्ली। महाराष्ट्र में सरकार पर गतिरोध अब तक खत्म नहीं हो सका है। पहले भाजपा और शिवसेना के बीच गठबंधन के बाद भी सरकार नहीं बन सकी। मुख्यमंत्री पद को लेकर शिवसेना-भाजपा में तकरार जारी रही। अंत तक दोनों के बीच गतिरोध जारी रहा। अब शिवसेना प्रयास कर रही है कि वह एनसीपी और कांग्रेस के साथ मिलकर सरकार बनाई जा सके। जबकि आज एनसीपी ने कहा है कि वह कांग्रेस के फैसले के बाद कोई निर्णय लेंगे। बता दें कि पहले राज्यपाल ने सबसे बड़ी पार्टी होने के नाते भाजपा को सरकार बनाने का न्यौता दिया था जिसके बाद भाजपा ने रविवार को राज्यपाल से मिलकर कहा कि वह राज्य में अकेले सरकार नहीं बना सकती। अब राज्य में सरकार बनाने के लिए दूसरी बड़ी पार्टी शिवसेना को राज्यपाल ने सरकार बनने का न्यौता दिया है। हालांकि शिवसेना अकेल सरकार नहीं बना सकती। भाजपा से उसकी ठनी हुई है। अब सबकी नजर एनसीपी व कांग्रेस पर टिकी हुई है। कांग्रेस ने सीपीडब्ल्यूसी की बैठक बुलाई है। वहीं एनसीपी ने कोर कमेटी की बैठक बुलाई है। इसके बाद शिवसेना नेता एनसीपी प्रमुख शरद पवार से मुलाकात कर सकते हैं। इस मुलाकात में शिवसेना सरकार गठन के लिए समर्थन मांग सकती है। वहीं, कांग्रेस महासचिव अहमद पटेल सोमवार को विधायकों से मिलने के लिए जयपुर जा सकते हैं। कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी के घर वर्किंग कमेटी की बैठक खत्म हो गई है। मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा कि महाराष्ट्र की राजनीतिक स्थिति पर सीपीडब्ल्यूसी की बैठक में चर्चा हुई है। आगे के चर्चा के लिए महाराष्ट्र के सभी वरिष्ठ नेताओं को बुलाकर फैसला लेंगे। शाम चार बजे महाराष्टÑ के सभी बड़े नेताओं को बुलाकार चर्चा की जाएगी। उधर शिवसेना नेता संजय राउत पार्टी चीफ उद्धव ठाकरे से मिलने के लिए मुंबई में उनके घर पहुंचे। उन्होंने बताया कि शिवसेना के केंद्रीय मंत्री पद से इस्तीफा देंगे। अरविंद सांवत ने शिवसेना प्रमुख के आदेश पर इस्तीफा दे दिया है।