Haryana News: गन कल्चर का हवाला देते हुए हरियाणवी गाने बैन करने पर इंडस्ट्री में बवाल

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Haryana News: गन कल्चर का हवाला देते हुए हरियाणवी गाने बैन करने पर इंडस्ट्री में बवाल
Haryana News: गन कल्चर का हवाला देते हुए हरियाणवी गाने बैन करने पर इंडस्ट्री में बवाल

सिंगर मासूम शर्मा ने उठाए सरकार की कार्यप्रणाली पर सवाल, केडी भी आए समर्थन में
फैंस ने रोहतकिया-हुड्डा के गानों पर सरकार से पूछे सवाल
Chandigarh News (आज समाज) चंडीगढ़: हरियाणा सरकार ने तीन हरियाणवी सिंगरों के 5 गानों को बैन कर दिया। आरोप है कि इन गानों से प्रदेश में गम कल्चर को बढ़ावा मिलता है। जो गाने बैन किए गए उनमें 3 गाने मासूम शर्मा व 1-1 गाना अंकित बालियान और नरेंद्र भगाना का है। सरकार के लिए गए इस एक तरफा फैसले से हरियाणवी इंडस्ट्री में बवाल मच गया है। सिंगम मासूम शर्मा ने तो सोशल मीडिया पर लाइव आकर सरकार की कार्यप्रणाली पर सवाल उठाए है।

सिंगर मासूम शर्मा ने सरकार के एक अधिकारी पर उन्हें टारगेट करने का आरोप लगाया। अब सिंगर कुलबीर धनौदा (केडी) भी उनके समर्थन में उतर आए। केडी ने तो इशारों में इसे साजिश तक करार दे दिया। इसके अलावा सोशल मीडिया पर भी अमित रोहतकिया, अजय हुड्डा, हेमंत फौजदार समेत कई सिंगरों के नाम लिखकर सरकार से सवाल पूछे जा रहे हैं कि इनके बदमाशी-गन वाले गाने बैन क्यों नहीं हुए।

सोशल मीडिया पर ‘आई सपोर्ट मासूम शर्मा’ के नाम से हैशटैग चलाया जा रहा है। सिंगर केडी ने सोशल मीडिया पर लिखा- समाज सुधार के लिए सरकार और प्रशासन द्वारा की गई हर पहल का स्वागत है। अगर वह पहल किसी षड़यंत्र का शिकार न हो। बात समाज सुधारने की हुई थी, निजी रंजिश निकालने की नहीं। आई सपोर्ट मासूम शर्मा।

सीएम ने दिए थे गन कल्चर वाले गानों पर निगरानी रखने के निर्देश

महीने पहले सीएम नायब सैनी ने करनाल में लॉ एंड आॅर्डर को लेकर रिव्यू मीटिंग की थी, जिसमें यह बात सामने आई कि हरियाणवी सिंगर बदमाशी और गन कल्चर को बढ़ावा देने वाले गाने गा रहे हैं। इससे युवा अपराध की तरफ आकर्षित हो रहे हैं। उस समय सीएम सैनी ने पुलिस को कहा था कि गन कल्चर और नशे को बढ़ावा देने वाले गानों पर निगरानी रखें। जींद के एसपी राजेश कुमार के मुताबिक, सरकार के आदेश के बाद पुलिस ने इन गानों की जांच शुरू कर दी थी।

अश्लीलता वाले गानों पर कार्रवाई क्यों नहीं, पंजाबी गाने भी होने चाहिए बैन

मासूम शर्मा ने वीडियो जारी कर कहा कि मेरे गानों को तो बदमाशी का गाना बोलकर हटवाया जा रहा है। जबकि, कुछ कलाकार फोक बताकर अश्लीलता परोस रहे हैं। उन पर भी तो रोक लगे। भाभियों, बहुओं, लड़कियों पर जो कलाकार गाने बना रहे हैं, उनसे भी तो समाज पर दुष्प्रभाव पड़ता है। अगर हरियाणवी गाने बैन कर देंगे तो यूथ पंजाबी गाने सुनेगा। सरकार को पंजाबी समेत दूसरे गन कल्चर को बढ़ावा देने वाले गाने भी बैन करने चाहिए। केवल हरियाणवी कलाकारों के पेट पर लात नहीं मारनी चाहिए।

सरकार में बैठे लोग गाने डिलीट करा रहे

सरकार में बैठे कुछ गंदे लोग मेरे कुछ गाने डिलीट करवाकर सरकार को गुमराह कर रहे हैं। सीएम और आईएएस अधिकारी को इतनी फुर्सत नहीं है कि वह एक-एक गाना छांटे। जब गाने की शूटिंग होती है तो 100 से ज्यादा लोगों को काम मिलता है। इन्हें प्रतिदिन 800 से 1000 रुपए का मेहनताना मिलता है। अगर उनका काम बंद हो गया तो क्या सरकार इन लोगों को रोजगार दे देगी? सरकार बिना भेदभाव काम करे तो मैं भी बदमाशी के गाने छोड़ भजन तक गाने लगूंगा।

यह गाने किए गए बैन

  1. ट्यूशन बदमाशी का गाना
  2. 60 मुकदमे
  3. खटोला
  4. भरी कोर्ट में गोली मारेंगे
  5. भाई तेरा गुंडा से

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