बुक नुक प्रोजेक्ट के बाद अब सरकारी स्कूलों के साथ कार्य करने की तम्मना
दिनेश मौदगिल, लुधियाना :
आस एहसास एनजीओ की प्रेसिडेंट रूचि कौर बावा ने समाज सेवा क्षेत्र में अपनी एक अलग पहचान बनाई है। उन्होंने सामाजिक क्षेत्र में कई बड़े-बड़े कार्य किए हैं, जो काफी सराहनीय है। समाज सेवा में वह एक मिसाल बन रही है। कोरोना काल में बहुत बहादुरी के साथ उनकी एनजीओ ने कार्य किया और सेवा कार्यों में बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया। इसके अलावा सलम एरिया में लोगों की सेवा करने में उन्होंने काफी दिलचस्पी दिखाई । उनका कहना है कि महिलाओं और बच्चों की भलाई के लिए वह भविष्य में कई कार्य करने की योजना बनाई हुए हैं। इसी के चलते उनकी एनजीओ आस एहसास और लुधियाना पुलिस कमिश्नरेट द्वारा पंजाब में पहली बार राज्य पुलिस के बच्चों हेतु उच्च स्तरीय रीडिंग कम एक्टिविटी एरिया स्थापित किया गया है। बुक नूक के नाम से स्थापित इस रीडिंग कम एक्टिविटी एरिया उद्घाटन डीजीपी दिनकर गुप्ता ने किया।
बुक नुक का अपना है एक शानदार माहौल
जिक्रयोग्य है कि बुक नुक प्रोजेक्ट के पीछे एडीसीपी- 1 कम डीसीपीओ डॉक्टर प्रज्ञा जैन की सोच है। रुचि ने बताया कि बुक नुक का अपना एक शानदार माहौल है। रुचि ने बताया कि इसके पूरे क्षेत्र में फिक्शन, नॉनफिक्शन और शैक्षणिक पुस्तकों के साथ विभिन्न आयु समूह के लिए रीडिंग सेशन पेश किया गया है । 4 से 6 साल के बच्चों के लिए गतिविधियों को बढ़ावा देने के लिए कई बोर्ड गेम और इंदौर शैक्षणिक गतिविधियों के साथ एक थीम आधारित है । इससे आज की पीढ़ी का सोशल मीडिया पर स्क्रीन टाइम कम होगा । इसमें 4 से 18 साल तक के बच्चों के लिए किताबें हैं। रुचि कौर बावा ने आज समाज से खास बातचीत करते हुए कहा कि इसका आधुनिक बुनियादी ढांचा बच्चों को अधिक किताबें पढ़ने के लिए प्रोत्साहित करने और लेखकों और शिक्षा के विभिन्न शैलियों के बारे में उनके ज्ञान को बढ़ावा देने में मदद करेगा। ई लर्निंग स्टेशन विश्वस्तरीय संसाधनों और प्रसिद्ध लेखकों तक पहुंच प्रदान करेंगे।
सरकारी स्कूलों के लिए कार्य करने की तमन्ना
रुचि कौर बावा ने आज समाज से विशेष बातचीत करते हुए बताया कि भविष्य में सरकारी स्कूलों के साथ कार्य करने की उनकी दिली तमन्ना है, क्योंकि वह डिपार्टमेंट के साथ मिलकर ही कार्य करना चाहती है , ताकि उनकी एनजीओ की सेवा सही जगह पहुंच सके। उन्होंने बताया कि महिलाओं और बच्चों की भलाई के कार्य पर ज्यादा फोकस करती हैं। जिसमें खास तौर पर एजुकेशन और स्वास्थ्य संबंधी सेवाएं हैं । एक सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि समाज सेवा लगभग प्रत्येक व्यक्ति के मन से उपजती है और हर व्यक्ति अपने सर्कल के अनुसार समाज सेवा करता है।