Haryana News Chandigarh (आज समाज) चंडीगढ़: हरियाणा के पंचकूला में राज्यस्तरीय पंचायत सम्मेलन का आयोजन किया गया। प्रदेश के सरपंचों ने शिरकत की। मुख्यमंत्री नायब सैनी ने सम्मेलन में करोड़ों रुपये की घोषणा की। उन्होंने कहा कि शहरी और ग्रामीण विकास के लिए सरकार 2400 करोड़ रुपये खर्च करेगी। दलित और पिछड़े वर्ग चौपालों की मरम्मत और रख-रखाव पर 118 करोड़ रुपये खर्च होंगे। राज्य वित्त आयोग की तरफ से भी ग्रामीण विकास पर 429 करोड रुपए खर्च किए जाएंगे। सीएम सैनी ने कहा कि सरपंच ग्राम के विकास की धुरी होते हैं और गांव के विकास के लिए जन समस्याओं का समाधान जरूरी है। इन पैसों से गांव में गलियां पक्की, फिरनी, चौपालों की मरम्मत की जाएगी। ताकि जनता को ज्यादा से ज्यादा सहूलियत मिले। सम्मेलन में सरपंचों ने अपने मानदेय बढ़ाने की बात की थी। सरकार ने इसमें बढ़ाकर डेढ़ गुना कर दिया है। लेकिन सरपंच ज्यादा बढ़ाने की मांग कर रहे थे। उन्हें बुलाकर दोबारा बात की जाएगी। बीजेपी सरकार बिना भेदभाव के काम करेगी। सीएम सैनी ने कहा कि आज हरियाणा में 132000 बुजुर्गों की पेंशन घर बैठे ही आॅटोमेटिक तरीके से बनी है।जबकि भूपेंद्र सिंह हुड्डा के 10 साल के कार्यकाल में बुजुर्गों को 6 महीने तक कार्यालय के चक्कर काटने पड़ते थे, फिर अधिकारियों की सेवा पानी भी करनी पड़ती थी। उसके बाद भी पेंशन बनने की कोई गारंटी नहीं थी।भूपेंद्र सिंह हुड्डा को यह भी बताना चाहिए कि उनके राज में प्रदेश के अंदर कितने बुजुर्गोें को पेंशन मिलती थी। भूपेंद्र सिंह हुड्डा के 10 साल के कार्यकाल में बुजुर्गों को अधिकतम 500 रुपये पेंशन मिली है। साल 2014 के विधानसभा चुनाव से पहले बढ़कर 1000 रुपये महीना कर दिया। लेकिन यह पेंशन बीजेपी सरकार ने सत्ता में आने के बाद बुजुर्गों को दी थी। आज हरियाणा में बुजुर्गों को 3000 रुपये महीना पेंशन दी जा रही है। सरकार ने पेंशन को महंगाई से जोड़ दिया है। अब पेंशन महंगाई के हिसाब से बढ़ती है। हमारी सरकार का फोकस जनहित पर है। हमने पुलिस अधिकारियों को तेजी से कार्रवाई के निर्देश दिए हैं। जो अपराध करेगा वह बचेगा नहीं।