Rohtak News: रोहतक जिला परिषद चेयरपर्सन को मिली राहत

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Rohtak News: रोहतक जिला परिषद चेयरपर्सन को मिली राहत

एक पार्षद ने अविश्वास प्रस्ताव पर होने वाली वोटिंग से पहले नाम लिया वापस
क्षेत्र के विकास के लिए भाजपा में शामिल होने की घोषणा की
Rohtak News (आज समाज) रोहतक: पूर्व सीएम भूपेंद्र हुड्डा के खिलाफ भाजपा की टिकट पर चुनाव लड़ने वाली रोहतक जिला परिषद की चेयरमैन मंजू हुड्डा के लिए एक राहत भरी खबर आई है। मंजू हुड्डा के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव लाने वाले पार्षदों में से एक पार्षद ने अविश्वास प्रस्ताव पर होने वाली वोटिंग से अपना नाम वापस ले लिया है। अब यह पार्षद चेयरपर्सन मंजू हुड्डा के समर्थन में आ गया है। डीसी से मिल पार्षद ने अपना शपथ पत्र वापस लेते हुए भाजपा में शामिल होने की घोषणा भी कर दी है।

नाम वापस लेने वाले पार्षद सोनू पिलाना है। वह रोहतक के जिला परिषद के वार्ड नंबर 14 से पार्षद है। नाम वापस लेने के बाद सोनू ने कहा कि उनके पास कई गांवों की पंचायतें कई दिनों से आ रही थी। तीन दौर की पंचायत के बाद उन्होंने ग्रामीणों के लिए भाजपा ज्वाइंन करने का फैसला लिया। ग्रामीणों का कहना था कि उन्हें विकास करवाना है और अभी 3 साल का समय बचा हुआ है। इसलिए उन्होंने अविश्वास प्रस्ताव से अपना शपथपत्र वापस ले लिया है। साथ ही कहा कि अब वे भाजपा के साथ रहकर क्षेत्र में अधिक से अधिक विकास कार्य करवाएंगे। इसलिए उन्होंने भाजपा में शामिल होने का फैसला लिया। सोनू पिलाना ने व्यक्तिगत रूप से अपना आवेदन डीसी धीरेंद्र खड़गटा को प्रस्तुत किया।

तीन बार टल चुकी वोटिंग

मंजू हुड्डा के खिलाफ 14 में से 10 पार्षदों ने डीसी को ज्ञापन सौंपकर अविश्वास प्रस्ताव पर वोटिंग कराने की मांग की थी। सबसे पहले वोटिंग के लिए पहली बार 23 अक्टूबर को तिथि निर्धारित की। लेकिन उसमें डीसी नहीं पहुंच पाए। इसके बाद 30 अक्टूबर की तिथि निर्धारित की तो, उसमें 5 पार्षदों के डी-बार का मुद्दा हल नहीं होने के कारण वोटिंग टाल दी। फिर 12 नवंबर को वोटिंग होनी थी लेकिन डीसी ने केस हाईकोर्ट में होने का हवाला देते हुए वोटिंग को अगले आदेशों तक टाल दिया।

वहीं जिला परिषद की चेयरपर्सन मंजू हुड्डा ने कहा कि वे जिला पार्षद सोनू द्वारा जनहित में लिए गए निर्णय का स्वागत करती हैं। अन्य सभी जिला पार्षदों से भी अपील करती हैं कि वे एक परिवार के रूप में मिलकर काम करें। ताकि जन विकास कार्यों को बिना किसी देरी के क्रियान्वित किया जा सके।

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