संजीव कुमार, रोहतक :
कृषि बिल मंडियों को खत्म कर देगा और फिर निजी कंपनियों को बढ़ावा देगा जिससे किसानों को उनकी फसल का उचित मूल्य नहीं मिलेगा। किसानों को पूंजीपतियों का गुलाम बनाया जा रहा है। उक्त विचार आजाद भारत आंदोलन के राष्ट्रीय महासचिव सुखवीर बिचपड़ी ने व्यक्त किए। वे संसद पैदल यात्रा में शामिल लोगों को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने अगर देश को बचाना है तो देश के ऊपर रण कर रही विश्व व्यापी संस्थाओं को देश से भगाना होगा। उन्होंने नौजवानों से अपील की कि पदयात्रा में बढ़चढकर भाग लें। इस पैदल यात्रा में न केवल किसानों को, बल्कि महिलाओं, बेरोजगार व्यक्तियों और श्रमिकों को भी शामिल हैं और इस आंदोलन को जोरदार समर्थन मिल रहा है। उन्होंने कहा कि एक साल निजी कंपनियां अच्छे दामों में आपसे फसल खरीदेंगी, उसके बाद जब मंडियां बंद हो जाएंगी तो कॉपोर्रेट कंपनियां मनमाने दामों पर फसल की खरीद करेंगी। इस अवसर पर सुखबीर बिचपड़ी, राजेश हिंदुस्तानी, राजेश, विक्रम, कुलदीप, अमित, दीपक राठी, कन्हैयालाल, चरणपाल, अमित , बिटू  संधू, प्रदीप मलिक, पवन,  राकेश, नरेंद्र, समुंद्र, राजेश, संदीप पुनिया, धर्मराज, सतीश, राजवी मलिक, ओमप्रकाश, सुधीर बाली, जयवीर, बलबीर, छोटूराम, सूरज, रघुबीर, आत्मप्रकाश, पवन, शिवकुमार, मेनपाल, सरदार, बलबीर, महाबीर, कृष्ण आदि उपस्थित रहे।