संजीव कुमार, रोहतक
महर्षि दयानंद विश्वविद्यालय (मदवि) हरियाणा के सामाजिक-आर्थिक-सांस्कृतिक पहलुओं पर शोध कार्य करते हुए सामाजिक तथा सामुदायिक उत्थान का रास्ता प्रशस्त करेगा। विश्वविद्यालय के चौ. रणबीर सिंह इंस्टीट्यूट आफ सोशल एंड इकोनोमिक चेंज (सीआरएसआई) के तत्वावधान में यूनिवर्सिटी-सोसायटी इंटरफेस की नींव रखी जाएगी। आज सीआरएसआई के प्रबंधन मंडल की बैठक में इस आशय का निर्णय लिया गया।
मदवि कुलपति प्रो. राजबीर सिंह ने बैठक की अध्यक्षता करते हुए कहा कि विश्वविद्यालय अपनी सामाजिक जिम्मेदारी का निर्वहन करते हुए सामाजिक-आर्थिक समस्याओं के निवारण के लिए उच्च अध्ययन तथा शोध कार्यों को पूरा प्रोत्साहन देगा। कुलपति ने कहा कि हरियाणा के ग्रामीण समाज के सामाजिक-आर्थिक रूपांतरण के कार्य के लिए विशेष रूप से कार्य किया जाएगा। कुलपति ने कहा कि सीआरएसआई के भविष्योन्मुखी रोड मैप पर कार्य किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि पूरे शैक्षणिक सत्र में विभिन्न कार्यशालाओं, संगोष्ठियों, विशेष व्याख्यानों के जरिए सीआरएसआई क्षमता संवर्धन का कार्य करेगा।
सीआरएसआई के निदेशक प्रो. इंद्रजीत ने इस बैठक में संस्थान की वार्षिक रिपोर्ट प्रस्तुत की। साथ ही, सत्र 2021-2022 की योजनाओं तथा आयोजित की जाने वाली गतिविधियों का ब्यौरा दिया। प्रो. इंद्रजीत ने कहा कि सीआरएसआई के तत्वावधान में सर्टिफिकेट कोर्स आन एकेडमिक राइटिंग प्रारंभ किया जाएगा। आज की बैठक में कुरूक्षेत्र विश्वविद्यालय के अर्थशास्त्र विभाग के सेवानिवृत प्रोफेसर डा. टीआर कुण्डू, भारतीय लोक प्रशासन संस्थान, नई दिल्ली की प्रोफेसर डा. सुषमा यादव, तथा जामिया मिलिया इस्लामिया, दिल्ली के समाजशास्त्र विभाग की प्रोफेसर डा. कुलविंदर कौर ने महत्त्वपूर्ण इनपुट्स दिए।
इस बैठक में डीन, एकेडमिक एफेयर्स प्रो. नवरतन शर्मा, कुलसचिव प्रो. गुलशन लाल तनेजा, अर्थशास्त्र विभाग की अध्यक्षा प्रो. संतोष नांदल, लोक प्रशासन विभाग के अध्यक्ष प्रो. सेवा सिंह दहिया, महर्षि दयानंद शोध पीठ के अध्यक्ष प्रो. सुरेन्द्र कुमार, समाजशास्त्र विभाग की प्रोफेसर डा. सुप्रीति शामिल हुए।