रोहतक : निजी हितों के लिए जाट शिक्षण संस्थाओं को बदनाम करने की कोशिश : दलाल

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संजीव कुमार, रोहतक :
जाट शिक्षण संस्थाएं 108 वर्ष से समाज के हर वर्ग को शिक्षित करने का कार्य कर रही हैं। पूर्वजों के खून पसीने से सींची गई इन संस्थाओं को कुछ विशेष लोग व्यक्तिगत हितों को पूरा करने के लिए भ्रष्टाचार जैसे आरोप लगाकर बदनाम करने का काम कर रहे हैं। ऐसे लोगों का संस्था के हित और समाज के बच्चों के भविष्य से कुछ लेना-देना नहीं है। यह जानकारी प्रैस को जारी एक बयान में जाट शिक्षण संस्था की प्रशासक अनिता यादव (आईएएस) के ओएसडी इंजीनियर सुनील दलाल ने संस्था के आधिकारिक रिकार्ड के साथ दी है।
प्रशासक के कार्यकाल में एक भी नई नियुक्ति नहीं
ओएसडी इंजी. दलाल ने कहा कि रोहतक की मंडल आयुक्त अनिता यादव (आईएएस) ने 1 मार्च, 2021 को जाट शिक्षण संस्था के प्रशासक का पदभार ग्रहण किया, तब से लेकर उन्होंने संस्था की बेहतरी के लिए कार्य किए हैं। प्रशासक महोदया आत्मिक लगाव के साथ संस्था में ज्यादा निष्ठा व ईमानदारी के साथ कर रही हैं और इस संस्था को आगे ले जाने का कार्य कर रहीं हैं। उन्होंने स्पष्ट किया कि प्रशासक के पदभार के बाद से जाट शिक्षण संस्थाओं के किसी भी महाविद्यालय या स्कूल में किसी प्रकार की कोई नई नियुक्ति नहीं की गई है। उन्होंने बताया कि सीआर पॉलिटेक्निक में ईपीएफ घोटाले की जांच रिटायर्ड आईएएस अधिकारी से करवाने के आदेश जारी हो चुके हैं। वहीं इस घोटाले में शामिल सभी व्यक्तियों को चार्जशीट भी किया जा चुका है।

दलाल ने संस्था की प्रशासक पर लगाए जा रहे नई नियुक्तियों के आरोपों को सिरे से खारिज करते हुए इन आरोपों को बेबुनियाद बताया और कहा कि वर्तमान प्रशासक के समय में किसी प्रकार की कोई नई नियुक्तियां संस्था में नहीं की गई हैं। उन्होंने कहा कि नीजि हितों के लिए इस पवित्र संस्था को राजनीति का अखाड़ा बनाकर बदनाम करने की कोशिश न करें। यह संस्थाएं हमारे समाज की बहुत बड़ी धरोहर है। दलाल ने कहा कि जाट स्कूल के कर्मचारियों को पिछले 36 महीने से ज्यादा समय का वेतन नहीं मिला था। कर्मचारियों और उनके परिवार के हित को देखते हुए प्रशासक ने एक कमेटी का गठन किया और उस कमेटी के सुझाव पर कर्मचारियों के वेतन का इंतजाम किया गया और संस्था के हित में बहुत से सकारात्मक निर्णय लिए गए। उन्होंने बताया कि जाट शिक्षण संस्था की कार्यकारिणी के चुनाव का मामला माननीय उच्च न्यायालय में विचाराधीन है। दलाल ने कहा कि हमारे बुजुर्गों द्वारा बनाई इस जाट शिक्षण संस्था को समाज के ही कुछ लोग मनगढ़ंत और झूठे आरोप लगाकर बेवजह बदनाम करने का कार्य कर रहे हैं। ऐसे लोग अपने नीजि हितों के लिए संस्था के कार्यों में बाधा डालने का कार्य कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि हमारे पूर्वज इस पवित्र धरती के देवता थे जिनकी बदौलत आज ये संस्थाएं उन्नति के मार्ग पर चल रही हैं।