सोनू भारद्वाज, रोहतक :
रोडवेज में यूनियन की मात्र सो रुपए की पर्ची न कटवाने की इतनी बड़ी सजा मिलेगी एक परिचालन ने कभी सोचा भी नही था। जिसके चलते परिचालक का साठ दिन में आठ बार ट्रांसफर हुआ है। यही नहीं दूसरे तीसरे दिन इधर उधर ट्रांसफर होने के चलते परिचल मानसिक रूप से परेशान हो चुका है। रोहतक डिपो में परिचालक के पद पर तैनात जगबीर धनखड़ ने तो डिपो प्रबंधक पर भी बात न सुनने के आरोप लगा दिए। परिचालक का आरोप है कि सीनियर परिचालक होने के बावजूद उन्हें नियमो के खिलाफ इधर उधर भेजा जा रहा है वो भी सिर्फ यूनियन की पर्ची न कटवाने के चलते। 2004 में फरीदाबाद डिपो से रोहतक बदली हुई बस परिचालक जगबीर धनखड़ पिछले दो महीने से कुछ ज्यादा ही परेशान है,इसकी वजह है कर्मचारियों की आवाज उठाने वाली यूनियन। जिसकी 100 रुपए की पर्ची न कटवाने के चलते जगबीर का दो महीने में 8 बार ट्रांसफर हो चुका है। दरसल रोहतक डिपो में परिचालक के पद पर कार्यरत जगबीर धनखड़ ने आरोप लगाया पिछले महीने रोडवेज कर्मचारियों की एक यूनियन के पदाधिकारी सो सो रुपए की पर्ची काट रहे थे जिसके चलते जगबीर ने पर्ची कटवाने से मना कर दिया। अब जगबीर का आरोप है कि उसकी पिछले दो महीने में 8 अलग अलग जगह तबादला कर दिया गया है जो उसे मानसिक प्रताड़ना दे रहा है।यही नही जगबीर ने जब इसकी शिकायत मुख्य डिपो प्रबंधक को की वहाँ भी उसकी सुनवाई नही हुई। अब जगबीर मीडिया के सामने पहुँचा है और न्याय की गुहार लगाई है।
रोडवेज में यूनियन की मात्र सो रुपए की पर्ची न कटवाने की इतनी बड़ी सजा मिलेगी एक परिचालन ने कभी सोचा भी नही था। जिसके चलते परिचालक का साठ दिन में आठ बार ट्रांसफर हुआ है। यही नहीं दूसरे तीसरे दिन इधर उधर ट्रांसफर होने के चलते परिचल मानसिक रूप से परेशान हो चुका है। रोहतक डिपो में परिचालक के पद पर तैनात जगबीर धनखड़ ने तो डिपो प्रबंधक पर भी बात न सुनने के आरोप लगा दिए। परिचालक का आरोप है कि सीनियर परिचालक होने के बावजूद उन्हें नियमो के खिलाफ इधर उधर भेजा जा रहा है वो भी सिर्फ यूनियन की पर्ची न कटवाने के चलते। 2004 में फरीदाबाद डिपो से रोहतक बदली हुई बस परिचालक जगबीर धनखड़ पिछले दो महीने से कुछ ज्यादा ही परेशान है,इसकी वजह है कर्मचारियों की आवाज उठाने वाली यूनियन। जिसकी 100 रुपए की पर्ची न कटवाने के चलते जगबीर का दो महीने में 8 बार ट्रांसफर हो चुका है। दरसल रोहतक डिपो में परिचालक के पद पर कार्यरत जगबीर धनखड़ ने आरोप लगाया पिछले महीने रोडवेज कर्मचारियों की एक यूनियन के पदाधिकारी सो सो रुपए की पर्ची काट रहे थे जिसके चलते जगबीर ने पर्ची कटवाने से मना कर दिया। अब जगबीर का आरोप है कि उसकी पिछले दो महीने में 8 अलग अलग जगह तबादला कर दिया गया है जो उसे मानसिक प्रताड़ना दे रहा है।यही नही जगबीर ने जब इसकी शिकायत मुख्य डिपो प्रबंधक को की वहाँ भी उसकी सुनवाई नही हुई। अब जगबीर मीडिया के सामने पहुँचा है और न्याय की गुहार लगाई है।