रोहतक: हर्बल एप्लीकेशंस विषय पर ई-गोष्ठी में दिए टिप्स

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mdu rohtak
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संजीव कुमार, रोहतक:

महर्षि दयानंद विश्वविद्यालय के स्ट्राइड प्रोजेक्ट के तत्वावधान में आज एचपीटीएलसी-टैक्नीक्स एंड हर्बल एप्लीकेशन्स विषयक ई-संगोष्ठी (वेबीनार) का आयोजन किया गया। इस आनलाइन संगोष्ठी का आयोजन एंक्रोम इंडिया (मुंबई) के संयुक्त तत्वावधान में किया गया। मदवि के फामार्सुयटिकल साइंसेज विभाग के प्रोफेसर तथा स्ट्राइड प्रोजेक्ट के उप-समन्वयक तथा इस कार्यक्रम के संयोजक प्रो मुनीष गर्ग ने स्वागत भाषण दिया। उन्होंने कहा कि औषधीय पौधों की गुणवत्ता बढ़ाने के लिए आधुनिक विशेलषणात्मक तकनीकों का प्रयोग करना होगा।

विश्वविद्यालय के स्ट्राइड प्रोजेक्ट समन्वयक प्रो जेपी यादव ने विश्वविद्यालय की वैज्ञानिक शोध में किए गए कार्यों और उपलब्धियों की जानकारी दी। विशेष आमंत्रित वक्ता एंक्रोम इंडिया (मुंबई) के एप्लीकेशन साइंटिस्ट विश्वजीत काले ने एचपीटीएलसी प्रौद्योगिकी एवं तकनीक बारे विस्तारपूवर्क बताया। उन्होंने बताया कि किस प्रकार एचपीटीएलसी तकनीक की सहायता से औषधीय पौधों का वैज्ञानिक विश्लेषण किया जा सकता है। एंक्रोम इंडिया की तकनीकी विशेषज्ञ स्रेहा सिंह ने एचपीटीएलसी बारे लाइव डेमो प्रदर्शन  दिया। तकनीकी विशेषज्ञ राहुल ने भी उपयोगी जानकारी प्रदान की। फामार्सुयटिकल साइंसेज फैकल्टी की डीन प्रो संजू नंदा ने वेबीनार में औषधीय पौधों के महत्व पर प्रकाश डाला। स्ट्राइड प्रोजेक्ट के उप-समन्वयक डा संतोष तिवारी ने आभार प्रदर्शन किया। इसमें लगभग 300 प्रतिभागी इस आनलाइन संगोष्ठी में शामिल हुए।