संजीव कुमार, रोहतक:
महर्षि दयानंद विश्वविद्यालय (मदवि) के सेंटर फॉर प्रोफेशनल एंड एलाइड स्टडीज (सीपीएएस), गुरूग्राम में आयोजित सेल्फ ऐक्सीलेंस विषयक दो दिवसीय कार्यशाला संपन्न हो गई। अखिल भारतीय राष्ट्रीय शैक्षिक महासंघ, हरियाणा तथा हार्ट फुलनैस एजुकेशन ट्रस्ट के सहयोग से इस कार्यशाला का आयोजन किया गया। सीपीएएस निदेशिका प्रो. संतोष नांदल ने समापन सत्र में कहा कि वर्तमान समय में ध्यान और मनन की विशेष आवश्यकता है। उन्होंने विश्वास जताया कि इस तरह के प्रेरक और ध्यान केंद्रित कार्यक्रम विद्यार्थियों के व्यक्तित्व में सुधार लाएंगे और उनके जीवन को नई दिखाएंगे। अखिल भारतीय राष्ट्रीय शैक्षिक महासंघ, हरियाणा के राज्य समन्वयक प्रो. युद्धवीर सिंह ने सीपीएएस को इस कार्यक्रम के सफल आयोजन के लिए बधाई एवं शुभकामनाएं दी।
कार्यशाला के दूसरे दिन मुख्य वक्ता डा. आशीष जौहरी ने कहा कि इस संसार में यदि जादू है तो वह हमारे अंदर है। उन्होंने प्रतिभागियों को अपने मस्तिष्क को विपरीत परिस्थितियों में भी सकारात्मक बनाए रखने बारे प्रेरित किया। कार्यक्रम में बिमला ने ध्यान करने की विधियां एवं उनके सही क्रियान्वयन करने के तरीकों पर प्रकाश डाला। प्राध्यापक डा. अनुपम कुर्लवाल ने प्रारंभ में स्वागत भाषण दिया तथा मंच संचालन किया। डा. दया सिंह ने आभार प्रदर्शन जताया। इस अवसर पर हार्ट फुलनैस के जगन्नाथ, सत्य मंडल समेत सीपीएएस के शिक्षक एवं विद्यार्थी आनलाइन उपस्थित रहे।