संजीव कुमार, रोहतक:
महम सहकारी चीनी मील के प्रांगण में आज पंचवटी स्कीम के तहत उपायुक्त कैप्टन मनोज कुमार ने पौधारोपण कर पर्यावरण को स्वच्छ बनाने का आह्वान किया। चीनी मिल में मौजूद एसडीएम एवं चीनी मिल की एमडी मेजर गायत्री अहलावत, एआरसीएस देवेन्द्र सिंह, सीएओ आनन्द बामल, चीफ इंजिनियर रमेश कुमार, मुख्य कैमिस्ट यादव तथा चीनी मिल के डायरेक्टर जगवीरबूरा, जितेन्द्र सिंह, रामेहर सिंह,जसवंत सिंह, रणबीर नेहरा, नसीब सिंह तथा किसानों ने भी चीनी मिल में पौधारोपण किया।
उपायुक्त कैप्टन मनोज कुमार अपने सम्बोधन में कहा कि जिला प्रशासन वनों के संरक्षण एवं पर्यावरण को प्रदूषण मुक्त करने के लिए कटिबद्ध है। प्रयासों की इसी श्रंखला में ज्यादा से ज्यादा पौधारोपण करने के लिए लोगों को प्रेरित किया जा रहा है। इसलिए प्रत्येक व्यक्ति पौधारोपण करें और रोपित पौधों के संरक्षण की जिम्मेदारी भी वहन करें। उन्होंने पत्रकारों के सवाल के जवाब में कहा कि कोरोना काल में आक्सीन की कमी का महत्व आप सब देख चुके हैं। जितने पेड़ पौधे ज्यादा होंगे उतनी ही बारिश ज्यादा होगी और हरियाली बढेगी तथा आक्सीजन की मात्रा बढेगी और प्रत्येक व्यक्ति को भरपूर मात्रा में स्वच्छ आक्सीजन मिलेगी। पेड लगाकर अपने कर्तव्य को ना भूलें। हमने अगर 100 पेड़ लगाए हैं तो कम से कम 10 पेड तो टूट सकते हैं, खराब व सूख सकते हैं लेकिन 90 पेड़ अवश्य बचे रहकर बड़े हों तभी पेड़ लगाने का फायदा है।
कैप्टन मनोज कुमार ने आह्वद्दान करते हुए कहा कि आज मिल मे पंचवटी के जो पांच पेड लगाए हैं वे पांच की संख्या तक ही सीमित ना रहें बल्कि और ज्यादा संख्या में घरों में, खेतों, तालाबों के किनारे, रोड़ किनारे पेड़ पौधे इस वर्षा के मौसम में लगाऐं। कोविड काल का जिक्र करते हुए उपायुक्त ने कहा कि पेड पौधों से मिलने वाली आक्सीजन फेंफड़ों का काम करती है क्योंकि आक्सीजन से हमें सांस आता है। उन्होंने कहा कि पौधे हमारे फेफड़े की तरह है और अब लोगों में पौधा रोपण का रुझान लगातार बढ़ रहा है जो कि खुशी की बात है। इसके साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि जहां पर अधिक हरियाली थी वहां पर कोरोना महामारी का प्रभाव कम रहा है। सावन के मौसम से जहां भी पेड़ लगाने का प्रयास करोगे वह अवश्य पनपेगा, केवल आपके प्रयास एवं सहयोग का देखभाल की अपेक्षा है।
उन्होंने कहा कि पंचवटी स्कीम के तहत रोहतक जिले के प्रत्येक गांव में एक पंचवटी का पौधारोपण भी किया जाएगा। पंचवटी पौधारोपण में बायोडायवर्सिटी मैनेजमेंट कमेटी का सहयोग लिया जाएगा। उन्होंने बताया कि 170 पंचवटी लगाने का लक्ष्य है और अब तक 80 गांव में पंचवटी का पौधा रोपण करवाया जा चुका है। उपायुक्त ने बताया कि एग्रोफोरेस्ट्री स्कीम के तहत जमीदारों के खेतों में क्लोनल नीलगिरी के पौधे लगाए जाते हैं। इस वर्ष जिला में 1100 पौधे प्रति हेक्टेयर के हिसाब से जमीदारों के क्षेत्रों में लगाए जाएंगे। इस प्रकार से कुल 3 लाख 51 हजार पौधे लगाए जाएंगे। इसके साथ-साथ कॉलोनल नीलगिरी के पौधे के साथ-साथ फलदार पौधे भी लगाए जाएंगे।