संजीव कुमार, रोहतक:
महर्षि दयानंद विश्वविद्यालय (एमडीयू) के बॉटनी विभाग द्वारा संचालित व्याख्यान श्रृंखला कार्यक्रम के तहत आज- बायोफोर्टिफिकेशन ब्रीडर्स प्रस्पेक्ट्वि विषय पर ऑनलाइन व्याख्यान कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इंडियन काउंसिल ऑफ एग्रीकल्चरल रिसर्च के एडिशनल डायरेक्टर जनरल (ऑयलसीड्स एंड पल्सीज) डा. संजीव गुप्ता ने बतौर मुख्य वक्ता यह व्याख्यान दिया। डा. गुप्ता ने अपने प्रभावशाली संबोधन में कुपोषण को समाप्त करने की आवश्यकता पर बल देने की बात कही। उन्होंने कहा कि इससे दुनिया भर में सालाना लगभग 36 मिलियन मौतें हो रही हैं। उन्होंने बताया कि विश्व की दो-तिहाई जनसंख्या कुपोषित है। उन्होंने कुपोषण से निपटने की रणनीतियों का उल्लेख किया। उन्होंने कहा कि बायोफोर्टिफिकेशन सबसे प्रभावी तरीका है जिससे आवश्यक पोषण तत्वों से भरपूर फसलों का उत्पादन किया जा सकता है। डा. गुप्ता ने विद्यार्थियों को हार्वेस्ट प्लस कार्यक्रम में शामिल होने के लिए प्रोत्साहित करते हुए कहा कि यह कार्यक्रम कुपोषण को समाप्त करने के वैश्विक प्रयासों को प्रभावी बनाता है। बॉटनी विभाग की अध्यक्षा प्रो. विनिता हुड्डा ने प्रारंभ में स्वागत भाषण दिया। प्रो. पुष्पा दहिया ने आभार प्रदर्शन किया। डा. आशा शर्मा ने कार्यक्रम का संचालन एवं समन्वयन किया। इस कार्यक्रम में विभाग के प्राध्यापक, शोधार्थी एवं विद्यार्थी शामिल हुए।