रोहतक : राष्ट्रीय संगोष्ठी का आयोजन

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संजीव कुमार, रोहतक :
राष्ट्रीय स्तर की संस्था आगेर्नाइजेशन फॉर सोशल एंड कल्चरल अवेयरनेस (ओस्का) द्वारा राष्ट्रीय स्तर पर एक आनलाइन कार्यशाला का आयोजन किया। जिसमें लगभग पंद्रह सौ प्रतिभागियों  ने देश भर से हिस्सा लिया। कार्यशाला का विषय ह्यआत्मनिर्भर भारत में युवाओं की भूमिका रहा जिसमें देश के युवाओं ने बढ़-चढ़कर भाग लिया। ओस्का राष्ट्रीय स्तर पर सामाजिक क्षेत्र में बहुत अच्छा काम कर रही हैं। इससे पहले भी पर्यावरण बचाओ, जल बचाओ, महिलाओं की सुरक्षा, युवाओं के लिए मार्गदर्शन आदि विषयों पर संस्था लगातार कार्य कर रही है। इसी श्रेणी में आज हरियाणा बोर्ड आफ टेक्निकल एजुकेशन के साथ मिलकर इस अति महत्वपूर्ण विषय को देशभर के युवाओं के समक्ष रखते हुए भव्य कार्यशाला का आयोजन किया। जिसमें हरियाणा बोर्ड आफ टेक्निकल एजुकेशन के सचिव डॉक्टर राजेश गोयल ने मुख्य अतिथि के रूप में शिरकत की। वहीं प्रोफेसर आशुतोष ने अतिथि वक्ता के रूप में कार्यशाला की शोभा बढ़ाई। गेस्ट आफ आनर डाक्टर प्रीतम सिंह असिस्टेंट डायरेक्टर डा. भीमराव अंबेडकर स्टडी सेंटर कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय कुरुक्षेत्र ने कार्यशाला की गरिमा को बढ़ाया।

कार्यशाला की शुरूआत डिजिटल दीया जलाकर की गई। जिसमें डॉ. आबिद अली ने कार्यशाला की शुरूआत करते हुए ओस्का के बारे में सभी गणमान्य महानुभावों सहित प्रतिभागियों को विस्तृत जानकारी दी। प्रथम सत्र के मुख्य अतिथि डाक्टर राजेश गोयल ने कहा की भारत का युवा ऊजार्वान वह तकनीकी रूप से सक्षम एवं प्रतिभावान है। जरूरत है तो सही मार्गदर्शन की वर्तमान समय में युवा अपने देश को मजबूती वह विकास प्रदान कर सकता है। आत्मनिर्भरता एक गुण है जिसको सतत् अभ्यास और उचित तैयारी से ही प्राप्त किया जा सकता है। यदि युवाओं को सही दिशा में आत्मनिर्भर और और विवेकी बनाया जाए तो वह दिन दूर नहीं जब भारत का युवा रोजगार के अवसर स्वयं पैदा करेगा और नौकरी करने वाला नहीं बल्कि नौकरी देने वाला बनेगा। उन्होंने कहा कि बहुत सारे कार्य ऐसे हैं जिसमें हम तकनीकी रूप से भी अनेक व्यवसायों और कार्यों का शुभारंभ कर सकते हैं आज की है कार्यशाला निसंदेह युवाओं को उत्साहित करेगी वह उनका मार्गदर्शन करते हुए उनके रास्ते में आने वाली सभी चुनौतियों का निवारण भी करेगी ऐसा मेरा विश्वास है।

इस कार्यशाला की विशेष बात यह रही कि देश भर से जुड़े हुए युवा व्यवसायियों ने भी अपने विचार सांझा किए। जिसमें उन्होंने बताया की किस प्रकार अपने छोटे से कारोबार से उन्होंने आत्मनिर्भरता की नींव रखी। उनके अनुभव सभी के लिए एक मिसाल तथा उपलब्धि के रूप में उबर कर हमारे सामने आए हैं। डा. अरूणा आंचल ने अतिथि वक्ता प्रोफेसर आशुतोष कुमार सिंह का विधिवत स्वागत किया। उसके पश्चात अतिथि वक्ता प्रोफेसर आशुतोष कुमार सिंह ने कहा की आज की इस कार्यशाला ने करोना के संघर्ष के बाद युवाओं में एक नवीन शक्ति का संचार किया है। देश के कोने-कोने से जुड़े युवाओं को एक चिंगारी की आवश्यकता थी जो निराशा से भरे हुए इस वातावरण में स्वयं को आत्मनिर्भर बनाने में सहायता करे। भारत का युवा अपने आप में ही एक बहुत बड़ी शक्ति है जिसको अपनी शिक्षा संस्कार वह देश पर बहुत भरोसा है और यही विश्वास हमें आत्मनिर्भर बनाता है। पूरे देश की उम्मीद युवाओं से लगी है जो इस देश का भविष्य भी है इसलिए इस कार्यशाला के माध्यम से मैं सभी युवाओं का आह्वान करता हूं कि वह आगे आए और देश को आत्मनिर्भर बनाने में सहायता करें।
इसके पश्चात आॅर्गनाइजेशन के चीफ पैटर्न डा. धर्मपाल ने प्रथम सत्र की समाप्ति की घोषणा करते हुए मुख्य अतिथि वह अतिथि वक्ता का धन्यवाद करते हुए सभी प्रतिभागियों को दूसरे सत्र के लिए आमंत्रित किया।

दूसरा सत्र तकनीकी सत्र था जिस का संचालन डाक्टर अशोक शर्मा वह डाक्टर विनोद कौशिक ने किया इस सत्र में सम्मानित मेहमान डाक्टर प्रीतम सिंह,असिस्टेंट डायरेक्टर, डाक्टर भीमराव अंबेडकर स्टडी सेंटर कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय कुरुक्षेत्र रहे जिनका विधिवत स्वागत डाक्टर अनीता गोस्वामी वह डाक्टर कुलदीप ने किया। संस्था के चीफ पैटर्न डॉक्टर धर्मपाल ने उत्साहित शब्दों में कहा की आज की है कार्यशाला मील का पत्थर साबित होगी। जो आने वाली अनेकों कार्यशालाओं को रास्ता दिखाएगी। सामूहिक प्रयास बिना एक दूसरे की सहायता के पूरा नहीं हो सकता। आज यह कार्यशाला सबके सामूहिक प्रयास से सफल हुई है। कार्यशाला को समाप्त करने से पहले एक प्रश्नोत्तरी भी रखी गई जिसमें सर्वश्रेष्ठ 5 प्रतिभागियों के प्रश्नों को अतिथियों द्वारा सम्मानित भी किया गया। जिस का संचालन डाक्टर अशोक कुमार शर्मा वह प्रोफेसर मनीषा डी ने किया। सभी आये हुए सम्मानित मेहमानों का व प्रतिभागियों का धन्यवाद डा. संदीप कुमार व अशोक कुमार ने किया। इस अवसर पर संस्था के संस्थापक सदस्य व चीफ पैटर्न  डा. चंद्रपाल, राजपाल सिंह, अध्यक्ष, हिमांशु सचिव, डा. विदुषी, डा. अरूणा आंचल, डा. विनोद कौशिक, डा. संदीप, डा. अनिता, डा. अशोक शर्मा, डा. मनीषा, डा. कुलदीप, अशोक, डा. अली आदि उपस्थित रहे।