संजीव कौशिक, Rohtak News:
विद्यार्थी सदाचारी बने, अच्छा आचरण धारण करे। सदाचार चरित्र निर्माण का सबसे महत्त्वपूर्ण माध्यम है। यह जीवन को तो सुंदर बनाता ही है साथ ही व्यक्तित्व को भी निखारता है।
कुलपति ने किया विद्यार्थियों को प्रेरित
यह उद्गार महर्षि दयानंद विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. राजबीर सिंह ने आज टैगोर सभागार में चौ. रणबीर सिंह इंस्टीट्यूट ऑफ सोशल एंड इकोनोमिक चेंज और इंटरनल क्वालिटी एक्युरेंस सेल के संयुक्त तत्वावधान में- प्रोफेशनल ऐथिक्स एंड प्रेसक्रयाइब्ड कोड ऑफ कंडक्ट विषय पर आयोजित संवेदीकरण कार्यक्रम में बतौर मुख्यातिथि व्यक्त किए। कुलपति प्रो. राजबीर सिंह ने पारंपरिक दीप प्रज्ज्वलन से इस कार्यक्रम का शुभारंभ किया। अपने ओजस्वी भाषण में कुलपति प्रो. राजबीर सिंह ने विद्यार्थियों को जीवन में आगे बढऩे के लिए प्रेरित किया।
छात्र जीवन में आचरण और व्यवहार महत्वपूर्ण
उन्होंने कहा कि विद्यार्थी जीवन में अच्छे व्यवहार और आचरण का बहुत बड़ा महत्त्व है। उन्होंने कहा कि शिक्षा का उद्देश्य केवल सर्टिफिकेट लेना नहीं है, बल्कि शिक्षा का मुख्य उद्देश्य चहुंमुखी विकास करना है।कुलपति प्रो. राजबीर सिंह ने विद्यार्थियों से अपने गुरूजनों, परिजनों का आदर करने, सत्य बोलने, सेवा करने, विनम्र रहने, खुद से प्रतिस्पर्धा करने तथा अच्छे कार्यों की सराहना करने के लिए प्रेरित किया। उन्होंने इस कार्यक्रम के आयोजन के लिए चौ. रणबीर सिंह इंस्टीट्यूट के निदेशक प्रो. इंद्रजीत सिंह तथ आईक्यूएसी निदेशक प्रो. बी. नरसिम्हन को बधाई एवं शुभकामनाएं दी।
अच्छा व्यवहार करने का आह्वान
डीन, एकेडमिक एफेयर्स प्रो. नवरतन शर्मा ने विद्यार्थियों को जीवन में व्यवहार की महत्ता से अवगत करवाते हुए अच्छा व्यवहार करने का आह्वान किया। उन्होंने कहा कि अच्छा व्यवहार शब्दों में, कार्य में, विचारों में, चरित्र में तथा मन-मस्तिष्क में झलकना चाहिए। कुलसचिव प्रो. गुलशन लाल तनेजा ने विश्वविद्यालय की प्रशासनिक व्यवस्था एवं कार्य प्रणाली बारे विस्तार से जानकारी दी। उन्होंने विद्यार्थियों के हित में बनाई गई विभिन्न कमेटियों एवं उनकी कार्य प्रणाली बारे भी बताया।
विश्वविद्यालय के नियमों की अनुपालना
प्रॉक्टर प्रो. एस.सी. मलिक ने विद्यार्थियों से विश्वविद्यालय के नियमों की अनुपालना करने की बात कही। उन्होंने कहा कि एमडीयू प्रशासन विश्वविद्यालय के विद्यार्थियों को शिक्षा के अनुकूल वातावरण प्रदान करने के लिए प्रतिबद्ध है। उन्होंने विद्यार्थियों से कैंपस में अनुशासन में रहते हुए नियमों का पालन करने की बात कही। पुस्तकालय एवं सूचना विज्ञान विभाग के अध्यक्ष प्रो. एन.के. स्वैन ने उत्कृष्ट लेखन के टिप्स सांझा किए।
कार्यक्रम के उपस्थित रहे
कार्यक्रम के प्रारंभ में चौ. रणबीर सिंह इंस्टीट्यूट के निदेशक प्रो. इंद्रजीत ने स्वागत भाषण दिया। आईक्यूएसी निदेशक प्रो. बी. नरसिम्हन ने कार्यक्रम की विषयवस्तु पर प्रकाश डाला। डा. दिव्या मल्हान ने मंच संचालन का दायित्त्व निभाया तथा अंत में आभार प्रदर्शन किया। इस अवसर पर एमडीयू के विभिन्न संकायों के डीन, विभागाध्यक्ष, शिक्षक एवं विद्यार्थी उपस्थित रहे।
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