संजीव कौशिक, Rohtak News : एक माह आठ दिन बाद भी पुलिस ढाई करोड़ की लूट का खुलासा नहीं कर सकी है। पुलिस अधीक्षक ने पत्र लिखकर बैंकों से एटीएम में पैसे डालने वाली कंपनी का लाइसेंस रद्द करने के लिए कहा है। क्योंकि पुलिस जांच में पता चला है कि कंपनी ने आरबीआई की गाइडलाइन का पालन नहीं किया है।
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2 करोड़ 62 लाख रुपये की लूट
पुलिस रिकार्ड के मुताबिक आठ अप्रैल को दो हथियारबंद युवक सेक्टर एक में बैंक से एटीएम में पैसे डालने गई टीम के सुरक्षा गार्ड को गोली मारकर 2 करोड़ 62 लाख रुपये लूट लिए थे। पुलिस को जांच में सीसीटीवी फुटेज मिली थी। फुटेज के आधार पर पुलिस ने आरोपियों का पीछा किया और जींद के उचाना तक छानबीन की।
पिछले माह जब सीआईए दो की टीम उचाना में जांच कर रही थी तो बाइक सवार दो युवकों ने एएसआई अमित को गोली मार दी थी। अब तक दोनों आरोपी पुलिस की गिरफ्त से बाहर हैं। इसके बाद पुलिस को पता चला कि ढाई करोड़ की लूट के आरोपी करनाल के असंध के आसपास देखे गए हैं। अब तक उनकी उसी एरिया में तलाश चल रही है, लेकिन अब तक कामयाबी नहीं मिली है।
आरबीआई की सिक्योरिटी गाइडलाइन का पालन नहीं किया
पुलिस अपनी तरफ से पूरा प्रयास कर रही है। ढाई करोड़ लूटने वाले बेहद शातिर हैं। लग रहा है कि वे कहीं छुपकर बैठे हैं। जैसे ही कोई गतिविधि करेंगे, तुरंत दबोच लिया जाएगा। पुलिस की टीम असंध क्षेत्र में अपने तरीके से प्रयास कर रही है। साथ ही जो कंपनी बैंक से नकदी लेकर एटीएम में डाल रही थी, उसकी केस में लापरवाही मिली है। कंपनी का लाइसेंस रद्द करने के लिए पत्र लिखा गया है। क्योंकि कंपनी ने आरबीआई की सिक्योरिटी को लेकर गाइडलाइन का पालन नहीं किया।