हरियाणा के रोहतक की बेटी तन्नू ने पदक जीत कर करिश्मा किया है। तन्नू के पिता राजबीर सिंह रोहतक में स्कूल बस ड्राइवर हैं। तन्नू ने कुश्ती में स्वर्ण पदक जीत कर अपने परिवार का व अपने माता-पिता का सपना सच करके दिखाया है।
बेटी तन्नू के संघर्ष पर खूब तालियां बजाई
ये बातें रविवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मन की बात कार्यक्रम के 90वें संस्करण में कहीं, तो देशवासियों ने मोखरा गांव की बेटी तन्नू के संघर्ष पर खूब तालियां बजाई। वहीं पीएम ने अपने संबोधन के दौरान भारोत्तोलन खिलाड़ी मोरखेड़ी गांव की बेटी संजना की भी प्रशंसा की। हालांकि कार्यक्रम के लाइव प्रसारण के दौरान तन्नू के पिता खेत में काम कर रहे थे व तन्नू अभ्यास करने के बाद सो रही थी। कार्यक्रम के बाद पिता राजबीर सिंह के पास जगह जगह से बधाई के लिए फोन कॉल आने लगे।
मोदी के भाषण का उत्साह दिखा
जब तन्नू के पिता को पता चला कि बेटी की उपलब्धि को देश के प्रधानमंत्री मोदी ने सराहा है तो उनकी खुशी का ठिकाना नहीं रहा। परिवार के साथ अखाड़ा, कोच, रिश्तेदार, ग्रामीण, परिचितों में भी मोदी के भाषण का उत्साह दिखा।
तन्नू के पिता ने पीएम मोदी का किया धन्यवाद
पता चलने पर परिवार के सदस्यों ने इंटरनेट पर मन की बात कार्यक्रम को सर्च कर पूरे भाषण को सुना। तन्नू के पिता ने पीएम मोदी का धन्यवाद करते हुए बताया कि देश के प्रधानमंत्री ने एक गरीब परिवार की बेटी की सराहना कर एक मिसाल कायम की है। उनकी बेटी के लिए पीएम का 20 सेकेंड का भाषण सुनकर जीवन सफल हो गया। एक पिता को बेटी की मेहनत के कारण देश में पहचान मिली इससे बड़ी कोई उपलब्धि नहीं हो सकती।
तन्नू ने छह मैचों में विपक्षी खिलाड़ियों को एक भी अंक नहीं लेने दिया
मोखरा गांव निवासी तन्नू मलिक के पिता राजबीर सिंह किसान हैं और इनके पास करीब दो एकड़ जमीन है। साथ ही वे एक निजी स्कूल में बस ड्राइवर हैं। बचपन में उन्हें भी पहलवानी का शौक रहा है। परंतु आर्थिक हालात कमजोर होने के कारण तीन साल तक ही खेल पाए। सपना था कुश्ती में उनका नाम हो। जो सपना खुद के लिए देखा था वह अब अपने बच्चों के माध्यम से देखना शुरू किया। बेटा राहुल कुश्ती खेलने लगा लेकिन घुटने में चोट लग गई।
स्टेट चैंपियनशिप में स्वर्ण पदक जीता
डॉक्टर की सलाह पर खेल छोड़ना पड़ा। बेटी तन्नू ने पिता को विश्वास दिलाया कि वह उनका सपना पूरा करेगी। चार साल से खेलना शुरू किया तो अब अंतरराष्ट्रीय व राष्ट्रीय स्तर पर पहचान बना ली। कोच संजय सूबेदार के नेतृत्व में मदीना टोल प्लाजा स्थित शिव शंकर व्यायामशाला में अभ्यास कर रही तन्नू ने 2020 में यमुनानगर में स्टेट चैंपियनशिप के 40 किलोग्राम भारवर्ग के सभी मुकाबले एकतरफा जीतकर स्वर्ण पदक जीता।
नेशनल गेम्स में स्वर्ण पदक जीता
पटना में आयोजित नेशनल गेम्स में छह मैचों में किसी विपक्षी खिलाड़ी को बिना कोई अंक दिए स्वर्ण पदक हासिल किया। 2021 में कर्नाटक में आयोजित नेशनल गेम्स में स्वर्ण पदक जीता। 2021 में हंगरी में आयोजित सब जूनियर कैडेट चैंपियनशिप में पांचों मैच बिना कोई अंक गंवाए जीते व स्वर्ण पदक हासिल किया। वहीं 2022 में पंचकूला में आयोजित खेलो इंडिया गेम्स में सभी मुकाबलों में विपक्षी खिलाड़ियों को बाइफॉल से जीते। वर्तमान में तन्नू जूनियर कॉमनवेल्थ चैंपियनशिप की तैयारी में जुटी हैं।
भारोत्तोलन मैच में संजना ने क्लीन एंड जर्क में 101 किलो वजन उठाकर बनाया नेशनल रिकॉर्ड
पीएम मोदी ने खेलो इंडिया यूथ गेम्स में रिकॉर्ड बनाने वाले खिलाड़ियों में रोहतक की संजना का भी जिक्र किया। संजना ने खेलो इंडिया गेम्स में क्लीन एंड जर्क में 101 किलोग्राम वजन उठाकर नेशनल रिकॉर्ड अपने नाम कर लिया। इससे पहले नेशनल रिकॉर्ड तमिलनाडु की खिलाड़ी लेखा माल्या के नाम था।
लेखा ने क्लीन एंड जर्क में 100 किलोग्राम वजन उठाया था। संजना जिले के गांव मोरखेड़ी की बेटी है। परिवार की आर्थिक हालत खराब है। पिता ट्रक ड्राइवर व माता मजदूरी करती है। वर्तमान में संजना एनआईएस पटियाला में अभ्यास कर रही हैं। कोच दुष्यंत सिंह ने बताया कि प्रधानमंत्री मोदी ने मन की बात कार्यक्रम में खिलाड़ियों का जिक्र कर उनका मनोबल बढ़ाया है। यह सभी खिलाड़ियों के लिए सम्मान की बात है।