संजीव कुमार, रोहतक :
महर्षि दयानंद विश्वविद्यालय (मदवि) शैक्षणिक सत्र 20221-2022 से दूरस्थ शिक्षा निदेशालय (डीडीई) के तत्वावधान में आनलाइन माध्यम के जरिए एमएससी-गणित तथा एम.काम पाठ्यक्रम प्रारंभ करेगा। इस आशय का निर्णय दूरस्थ शिक्षा निदेशालय के बोर्ड आफ स्टडीज तथा फैकल्टी बैठक में गत दिवस लिया गया। निदेशक डीडीई प्रो. नसीब सिंह गिल ने बताया कि डिजीटल लर्निंग के महत्त्व को देखते हुए दो पाठ्यक्रम- एमएससी गणित तथा एम.काम को आनलाइन माध्यम से प्रारंभ किया जाएगा। इसके लिए डीडीई ने जरूरी तैयारियां प्रारंभ कर दी हैं। गत दिवस आयोजित बोर्ड आफ स्टडीज तथा फैकल्टी आफ डिस्टेंस एजुकेशन की बैठक में एमए-पत्रकारिता एवं जनसंचार प्रारंभ करने का निर्णय भी लिया गया। बैठक में एमए-इतिहास तथा एम.लाइब्रेरी एंड इंफोर्मेशन साइंस समेकित दो वर्षीय पाठ्यक्रम पुन: शुरू किए जाने का निर्णय भी लिया गया। बोर्ड आफ स्टडीज तथा फैकल्टी बैठक में एमए-पत्रकारिता एवं जनसंचार तथा एमए- अंग्रेजी के सिलेबस तथा परीक्षा स्कीम को मंजूरी दी गई। बीओएस तथा फैकल्टी बैठकों में डीन, एकेडमिक एफेयर्स प्रो. नवरतन शर्मा, फैकल्टी के सदस्य सचिव रजिस्ट्रार प्रो. गुलशन लाल तनेजा, डीन फिजिकल साइंसेज प्रो. ए.एस. मान, डीन ह्यूमैनिटी एंड आर्ट्स प्रो. हरीश कुमार, प्रो. सुरेन्द्र कुमार, प्रो. राजीव कुमार, प्रो. तिलक राज, प्रो. एनके स्वैन, डीडीई कोआर्डिनेटर डा. विनय मलिक, बाह्य विशेषज्ञ पीडीएम यूनिवर्सिटी, बहादुरगढ़ के कुलपति प्रो. ए.के बख्शी, डीन, एकेडमिक एफेयर्स, सीबीएलयू, भिवानी प्रो. राधेश्याम, बीपीएस महिला विवि, खानपुर कलां के प्रो. संकेत विज शामिल हुए। बैठक में डीडीई के गुणवत्ता संवर्धन पर भी विस्तृत चर्चा हुई।
महर्षि दयानंद विश्वविद्यालय (मदवि) शैक्षणिक सत्र 20221-2022 से दूरस्थ शिक्षा निदेशालय (डीडीई) के तत्वावधान में आनलाइन माध्यम के जरिए एमएससी-गणित तथा एम.काम पाठ्यक्रम प्रारंभ करेगा। इस आशय का निर्णय दूरस्थ शिक्षा निदेशालय के बोर्ड आफ स्टडीज तथा फैकल्टी बैठक में गत दिवस लिया गया। निदेशक डीडीई प्रो. नसीब सिंह गिल ने बताया कि डिजीटल लर्निंग के महत्त्व को देखते हुए दो पाठ्यक्रम- एमएससी गणित तथा एम.काम को आनलाइन माध्यम से प्रारंभ किया जाएगा। इसके लिए डीडीई ने जरूरी तैयारियां प्रारंभ कर दी हैं। गत दिवस आयोजित बोर्ड आफ स्टडीज तथा फैकल्टी आफ डिस्टेंस एजुकेशन की बैठक में एमए-पत्रकारिता एवं जनसंचार प्रारंभ करने का निर्णय भी लिया गया। बैठक में एमए-इतिहास तथा एम.लाइब्रेरी एंड इंफोर्मेशन साइंस समेकित दो वर्षीय पाठ्यक्रम पुन: शुरू किए जाने का निर्णय भी लिया गया। बोर्ड आफ स्टडीज तथा फैकल्टी बैठक में एमए-पत्रकारिता एवं जनसंचार तथा एमए- अंग्रेजी के सिलेबस तथा परीक्षा स्कीम को मंजूरी दी गई। बीओएस तथा फैकल्टी बैठकों में डीन, एकेडमिक एफेयर्स प्रो. नवरतन शर्मा, फैकल्टी के सदस्य सचिव रजिस्ट्रार प्रो. गुलशन लाल तनेजा, डीन फिजिकल साइंसेज प्रो. ए.एस. मान, डीन ह्यूमैनिटी एंड आर्ट्स प्रो. हरीश कुमार, प्रो. सुरेन्द्र कुमार, प्रो. राजीव कुमार, प्रो. तिलक राज, प्रो. एनके स्वैन, डीडीई कोआर्डिनेटर डा. विनय मलिक, बाह्य विशेषज्ञ पीडीएम यूनिवर्सिटी, बहादुरगढ़ के कुलपति प्रो. ए.के बख्शी, डीन, एकेडमिक एफेयर्स, सीबीएलयू, भिवानी प्रो. राधेश्याम, बीपीएस महिला विवि, खानपुर कलां के प्रो. संकेत विज शामिल हुए। बैठक में डीडीई के गुणवत्ता संवर्धन पर भी विस्तृत चर्चा हुई।