रोहतक : रोहतक में बढ़ते फायनेंसरों के आतंक से आईजी को करवाया अवगत

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plea for protection of life and property
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संजीव कुमार, रोहतक :

जिले में बढ़ रहे फायनेंसरों के आतंक से मुक्ति दिलाने व दोषियों की गिरफ्तारी की मांग को लेकर मिशन एकता समिति के प्रदेश महासचिव महेन्द्र बागड़ी पुलिस महानिरीक्षक संदीप खिरवार से मिले। इस अवसर पर उन्होंने फायनेंसरों से अपनी जान व माल की रक्षा करने की गुहार लगाई। जिस पर आईजी ने सभी को आश्वासन दिया कि आरोपियों की जल्द ही गिरफ्तारी होगी तथा किसी भी दोषी को बख्शा नहीं जाएगा। जिस पर परिवार ने संतोष जाहिर किया है। महेन्द्र बागड़ी ने पुलिस महानिरीक्षक को बताया कि दिनांक 3-3-2021 को फायनेंसर रविन्द्र पंडित मेरे पिता प्रभु राम को घर के बाहर से पिस्तौल की नोंक पर अगवा कर ले गया था। साथ में डेढ़ लाख रूपया, चैकबुक व अन्य जरूरी कागजात भी लूट लिये। यह देखकर मेरा भाई यशपाल पिता को बचाने के लिए पीछे-पीछे गया था। रविन्द्र पंडित मेरे पिता को अपने घर ले गया जहां उसने वीरेन्द्र पुत्र शीशराम, अनुज पुत्र सतीश कुमार, सुमित उर्फ मोनू पुत्र वीरेन्द्र, रविन्द्र की पत्नी व सुशीला पत्नी शीशराम ने मिलकर मेरे पिता प्रभु राम व भाई यशपाल पर जानलेवा हमला बोल दिया तथा उन्हें काफी पीटा। इस अवसर पर आरोपियों ने जातिसूचक गालियां भी दी। इस मारपीट में दोनों को गंभीर चोटें आई और मेरे पिता का हाथ टूट गया। जिस वजह से उन्हें आप्रेशन करवाना पड़ा तथा 10 दिनों तक पीजीआई में भर्ती रहे। इस सन्दर्भ में दिनांक 3-3-2021 को पुरानी सब्जी मंडी थाना में एफआईआर नं. 79 दर्ज हुई। लेकिन पुलिस ने एफआईआर पर कोई कार्यवाही नहीं की। सिर्फ रविन्द्र को गिरफ्तार कर मात्र 45 दिनों में अदालत से जमानत दिलवा दी गई। जबकि अन्य आरोपियों की कोई गिरफ्तारी ही नहीं की गई।

महेन्द्र बागड़ी ने बताया कि इस मामले में पुलिस ने रविन्द्र पंडित के जीजा हरियाणा पुलिस में डीएसपी पद पर तैनात कप्तान सिंह के इशारे पर कोई कार्यवाही नहीं कर रही। इस मामले में रविन्द्र को पुलिस ने 6 मार्च को गिरफ्तारी हुई बाकी सभी आरोपी आराम से अपने घर में बैठे हैं। लगभग 140 दिन में पुलिस प्रशासन के सहयोग से और दोषीगण के रिश्तेदार पुलिस उपाधीक्षक कप्तान सिंह कार्यवाही नहीं होने दे रहा है। महेन्द्र बागड़ी ने कहा कि सभी आरोपी और डीएसपी कप्तान सिंह खुलकर बोल रहे हैं कि हमने रोहतक पुलिस को खरीद लिया है और अब हमारी किसी की भी गिरफ्तारी नहीं होगी और एफआईआर में हमारे सभी के नाम कट जायेंगे। डीएसपी कप्तान सिंह अपनी पुलिस की धौंस व जातीय वर्चस्व दिखाते हुए सभी आरोपियों को बचा रहा है और मेरे ऊपर ही नहीं बल्कि मेरे पूरे परिवार को जान से मारने व झूठे पुलिस केस में फंसाकर जिन्दगी तबाह करने की धमकियां दे रहे हैं। जिनसे हमें जान व माल का लगातार खतरा बना हुआ है तथा इस मामले में तुरन्त कार्यवाही की जाये और दोषियों को जल्दी से जल्दी गिरफ्तार कर हमारा पैसा व अन्य कागजात वापिस दिलवाकर न्याय दिलवाया जाये। महेन्द्र बागड़ी ने आईजी से मांग की है कि कानूनी कार्यवाही में बाधा डालने के लिए डीएसपी कप्तान सिंह के खिलाफ भी मुकदमा दर्ज होना चाहिए। उन्होंने कहा कि अगर कार्यवाही नहीं हुई तो वे आंदोलन करने पर मजबूर होंगे। जिस पर आईजी ने महेन्द्र बागड़ी को आश्वासन दिया कि इस मामले में कोई भी ढिलाई नहीं बरती जायेगी तथा दोषियों को पुलिस जरूर गिरफ्तार कर सजा दिलवाने का काम करेगी। इस अवसर पर पीड़ित प्रभु राम, यशपाल व समाज के सीताराम निर्वाण, नौरतमल सिरोहिया, बाबू लाल चायल, अर्जुन सोनगरा, भगवान दास सिरोहिया, राजपाल प्रजापति, मीना कुमारी, मनीषा बोहत, आदि मौजूद रहे।