सोनू भारद्वाज, रोहतक:
पिछले दिनों शहर में बनाई रबर की सड़कें पहली बारिश भी नहीं झेल पाई। कई जगह पर सड़कें पानी के तेज बहाव से टूट कर बिखर गई। उनमें 2 से 3 फुट तक चौड़े गड्ढे हो गए तथा दरारें पड़ गई। महम शहर के विभिन्न वार्डों में इंटरलॉकिंग टाइल लगाकर गत वर्ष गलियों व सड़कों का निर्माण किया गया था। बावजूद इसके 1 साल पहले कई जगहों पर बनाई गई इंटरलॉकिंग टाइलों के ऊपर ही रबर की परत बिछाकर सड़कें बना दी गई। उस दौरान नगर पालिका प्रधान व अधिकारियों का दावा था कि रबड़ द्वारा तैयार की गई सड़कों में 5 साल तक कोई भी शिकायत नहीं आएगी। इन पर चलना भी आसान होगा। बुधवार को आई बारिश में खेल स्टेडियम के सामने ढेर पाना वार्ड 1 में बनाई गई रबर की सड़क एक दर्जन से भी अधिक जगहों से टूट गई। इसके अलावा समस्त सड़क में लंबी लंबी दरारें आ गई। वार्ड वासी महिला राजल, प्रदीप, पालु राम, देवीराम, प्रदीप ढाका आदि का कहना है कि रबर की सड़कें बनाने में बेहद निम्नस्तर की सामग्री का प्रयोग किया गया है। रात को इनका निर्माण कार्य पूरा किया गया था। उस दौरान भी लोगों ने इनको लेकर सवाल उठाए थे लेकिन सुनवाई नहीं हुई। मात्र कुछ महीनों में ही ये रबर की सड़कें टूट गई। अब यहां से चलना मुश्किल हो रहा है।