संजीव कुमार, रोहतक :
उपायुक्त कैप्टन मनोज कुमार ने कहा है कि आज हम शहीद उधम सिंह व अन्य असंख्य शहीदों की शहादत की बदौलत खुली हवा में सांस ले रहे हैं। शहीदों जैसा ही देश प्रेम का जज्बा हर युवा के मन में होना चाहिए। शहीद उधम सिंह के शहीदी दिवस के अवसर पर उन्हें नमन करते हुए उपायुक्त मनोज कुमार ने कहा कि शहीदों ने देश के इतिहास को अपने खून से लिखा है। अत: उनकी शहादत को कभी भुलाया नहीं जा सकता। शहीद उधम सिंह को सच्चा देशभक्त व क्रांतिकारी बताते हुए उपायुक्त कैप्टन मनोज कुमार ने कहा कि जलियांवाला बाग हत्याकांड का बदला शहीद उधम सिंह ने लगभाग दो दशक बाद लिया था। उन्होंने माइकल ओ डायर को लंदन में जाकर गोली मारी थी। 1919 में उन्होंने अनाथालय छोड़ दिया और क्रांतिकारियों के साथ मिलकर आजादी की लड़ाई में शामिल हो गए।
उधम सिंह 13 अप्रैल, 1919 को घटित जालियांवाला बाग नरसंहार के प्रत्यक्षदर्शी थे। इस घटना से वीर उधम सिंह तिलमिला गए और उन्होंने जलियांवाला बाग की मिट्टी हाथ में लेकर माइकल ओ डायर को सबक सिखाने की प्रतिज्ञा ली थी। कैप्टन मनोज कुमार ने कहा कि उधम सिंह देश की आजादी तथा डायर को मारने की अपनी प्रतिज्ञा को पूरा करने के लिए लगातार काम करते रहे। लगभग 21 वर्ष बाद उन्होंने जलियांवाला बाग हत्याकांड का बदला लिया। 13 मार्च 1940 को उन्होंने जलियांवाला बाग कांड के समय पंजाब के गर्वनर जनरल रहे माइकल ओ डायर को लंदन में जाकर गोली मारी। इसी मामले में उन्हें 31 जुलाई 1940 को फांसी दी गई। कैप्टन मनोज कुमार ने कहा कि सरदार ऊधम सिंह जिंदगी भर धर्मनिरपेक्षता की आवाज बुलंद करते रहे। खुद को ऊधम सिंह लिखने के बजाय वे मोहम्मद सिंह आजाद लिखते रहे।