संजीव कुमार, रोहतक :
पंडित भगवत दयाल शर्मा स्वास्थ्य विज्ञान विश्वविद्यालय के अधिकारियों व कर्मचारियों द्वारा शुक्रवार को पूर्व कुलपति डा. ओ पी कालरा को स्वर्ण जयंती सभागार में विदाई पार्टी दी गई । इस अवसर पर सभी कर्मचारियों ने डाक्टर ओपी कालरा को एक स्मृति चिन्ह भेंट किया व विश्व विद्यालय को ऊंचाइयों के शिखर तक ले जाने पर धन्यवाद व्यक्त किया। मंच का संचालन जनसंपर्क विभाग के इंचार्ज डा. वरुण अरोड़ा ने किया।
इस अवसर पर कार्यकारी कुलपति डा. रोहतास यादव ने कहा कि उन्हें डाक्टर ओपी कालरा के मार्गदर्शन में कार्य करके बहुत अच्छा लगा और उनसे उन्होंने काफी कुछ सीखा है। डा. रोहताश यादव ने कहा कि डा. कालरा ने हमेशा सभी को साथ लेकर एक टीम की तरह कार्य किया और विश्वविद्यालय को ऊंचाइयों की शिखर तक पहुंचाया है। कुलसचिव डा. एच के अग्रवाल ने कहा कि उन्हें काफी खुशी है कि उन्हें डाक्टर कालरा के दिशा निर्देशन में कार्य करने का शुभ अवसर प्राप्त हुआ जो हमेशा अपने कार्य के प्रति पूर्ण रूप से समर्पित रहते थे। डा. एच के अग्रवाल ने बताया कि वे चाहते थे कि और भी काफी लंबे समय तक डाक्टर कालरा संस्थान के कुलपति बने रहे। डा. अग्रवाल ने कहा कि डाक्टर कालरा बहुत ही अच्छे प्रशासक के साथ बहुत ही अच्छे स्वभाव के इंसान भी हैं। पूर्व कुलपति प्रोफेसर ओपी कालरा ने कहा कि संस्थान ने उन्हें इतना प्यार दिया है कि वह इसे ताउम्र नहीं भुला पाएंगे और यह संस्थान हमेशा उनके दिल में बसा रहेगा। डा. कालरा ने कहा कि वह अपनी पत्नी डा. नमिता कालरा वह अपने परिवार का भी धन्यवाद व्यक्त करते हैं जिन्होंने हमेशा उनका हौसला बढ़ाया जिससे वह विश्वविद्यालय को इतना अधिक समय दे पाए और संस्थान आज विश्व में अपनी एक अलग पहचान रखता है। डीन एकेडमिक अफेयर डा. शमशेर सिंह लोहचब ने कहा कि डा. कालरा ने हमेशा उनका मार्गदर्शन किया और उनके मार्गदर्शन का ही परिणाम है कि संस्थान पारदर्शिता के साथ अपनी काउंसलिंग आयोजित करता है। चिकित्सा अधीक्षक डा. पुष्पा दहिया ने कहा कि डाक्टर कालरा ने 12 से 18 घंटे तक विश्वविद्यालय की उन्नति के लिए कार्य किया है अब वे चाहती हैं कि अपना समय वे अधिक से अधिक अपने परिवार के साथ व्यतीत करें। उन्होंने कहा कि वे डाक्टर कालरा के अच्छे स्वास्थ्य की कामना करती हैं। डा. नमिता कालरा ने कहा कि उन्हें काफी खुशी है कि संस्थान के कर्मचारी डाक्टर कालरा को अपना आदर्श मानते हैं और हमेशा डाक्टर कालरा ने भी अपने परिवार की तरह विश्वविद्यालय को भी काफी प्यार किया है। इस अवसर पर डीन डा. सरिता मग्गू, एसआईएम के सीईओ कम निदेशक डा. राजीव गुप्ता, परीक्षा नियंत्रक अंतरिक्ष, डा. आदित्य, डा. एमएम कौशिक, संजीव, प्रवीण, दिनेश, संजय, उमा राजेराम व सभी ब्रांचों के दर्जनों कर्मचारी उपस्थित थे।