संजीव कुमार, रोहतक :
कलाकारों की वर्षों से लंबित पड़ी मांगों को मुख्यमंत्री मनोहर लाल पूर्ण करके हरियाणा की संस्कृति के पुरोधा बने हैं। यह बात उनके सरकार के प्रचार के ओ एस डी गजेंद्र फौगाट ने कही। आज से 3 महीने पहले अनेक कलाकारों ने गजेंद्र फोगाट से मिलकर यह मांग उठाई थी जिस पर गजेंद्र फोगाट सहित कला परिषद के निदेशक संजय भसीन व अतिरिक्त निदेशक महावीर गुड्डू ने प्रदेश के सभी कलाकारों की ओर से मुख्यमंत्री को उनके ज्ञापन सौंपे थे जिस पर मुख्यमंत्री ने केंद्रीय मंत्री जी. किशन रेड्डी से मिलकर आज दिल्ली की इस मांग पर मोहर लगवा ली है।
इस बारे में गजेंद्र फोगाट ने बताया कि उत्तर क्षेत्रीय सांस्कृतिक केंद्र सिर्फ पंजाब में होने से इसके अंतर्गत आने वाले हरियाणा, जम्मू कश्मीर, उत्तराखंड, हिमाचल प्रदेश, राजस्थान आदि राज्यों के कलाकारों का इस से संपर्क करना बहुत मुश्किल था इसके अलावा कलाकारों की ग्रेडिंग में भी पंजाब अपनी मनमानी करता था जिससे पंजाब के कलाकारों को बाकी प्रदेशों से बहुत ज्यादा मानदेय मिलता था। अब उत्तर क्षेत्रीय सांस्कृतिक केंद्र के हरियाणा में बनने से कलाकारों के साथ न्याय की प्रक्रिया शुरू हो जाएगी। मनोहर सरकार काम के साथ साथ जन कल्याणकारी योजनाओं के भी बराबर बंटवारे में विश्वास करती है इसलिए हरियाणा व अन्य प्रदेशों के कलाकारों को उचित सुविधाएं दी जाएंगी। गजेंद्र फोगाट ने बताया कि कुरुक्षेत्र में यह कल्चरल सेंटर स्थापित होगा जिससे धार्मिक नगरी होने के साथ-साथ इसे सांस्कृतिक नगरी होने का भी सौभाग्य प्राप्त होगा। इसके साथ-साथ फरीदाबाद में होने वाले सूरजकुंड मेले के प्रारूप को भी और बढ़ाने पर मुहर लग गई है पहले इसमें कुछ ही देश शामिल होते थे अब इसे विश्वव्यापी कर दिया जाएगा। मुख्यमंत्री मनोहर लाल के इस प्रयास को ऐतिहासिक बताते हुए प्रदेश के महमीय कलाकारों ने उन्हें हरियाणवी संस्कृति के पुरोधा की संज्ञा दी है।