संजीव कौशिक, Rohtak News : हरियाणा के रोहतक के भाजपा सांसद डा. अरविंद शर्मा ने पहरावर गांव की जमीन को लेकर चल रहे विवाद में कहा कि इसको लेकर द्वेष की भावना से काम हुआ है। दो घंटे के काम को इतना लंबा खींच दिया गया, इस बात की जांच होनी चाहिए। उन्होंने कहा कि मौजूदा सरकार सुबूत मिटाने में और सुबूत खाने में आज तक की सबसे एक्सपर्ट सरकार है।
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कसम खा कर कह सकते हैं कि ये काम ब्राह्मणों को छेड़ने के लिए हुआ है : अरविंद शर्मा
वे कसम खा कर कह सकते हैं कि ये काम ब्राह्मणों को छेड़ने के लिए हुआ है कि इनका दम देखा जाए। मुख्यमंत्री बनते समय बिना किसी द्वेष और अनुराग के काम करने की ओथ (शपथ) ली गई थी, लेकिन वे चैलेंज करके कहते हैं कि ओथ का ये सरेआम वायलेशन है।
देरी का मतलब-दिमाग में कहीं न कहीं पंगा
रोहतक में पत्रकारों से बातचीत में डा. अरविंद शर्मा ने कहा कि पहरावर वाली जो 15 एकड़ 3 कनाल जो जमीन है और उसको किस तरह से मरोडा गया, जो 2 घंटे के काम को इतना लंबा खींच दिया गया, इस बात की जांच होनी चाहिए। मुख्यमंत्री ने जमीन देने से इंकार नहीं किया है, फिर इतनी देरी क्यों। इसका मतलब ये है कि दिमाग में कहीं न कहीं पंगा लेने वाली बात चल रही है। दिमाग में बात थी कि 22 मई को 36 बिरादरी इकट्ठी होकर शोर मचाए, झगड़ा हो, सरकार को कोसे।
ये ओथ का गंभीर वायलेशन
सांसद शर्मा ने कि जब माननीय मुख्यमंत्री बने तो वे ओथ लेते हैं। मुख्यमंत्री जी ने ओथ ली। इसमें एक आता है कि अनुराग या द्वेष के बिना सभी प्रकार के लोगों के प्रति संविधान और विधि के अनुसार न्याय करूंगा। मैं चैलेंज करके कहता हूं कि ओथ का ये सरेआम वायलेशन है, गंभीर वायलेशन है। एक अधिकारी ने उससे कहा कि मुख्यमंत्री ने कहा कि जमीन तो देनी है, पर अभी नहीं देनी। ये बिल्कुल घिनौना काम हुआ है। इसकी जांच होकर, इसमें एक्शन भी होना चाहिए। जब वायलेशन हो, ओथ की वायलेशन हो तो, इसमें क्या एक्शन हो सकता है, इसे आप भी समझ सकते हैं कि इसमें क्या एक्शन हो सकता है।
241 बच्चों के साथ द्वेष से काम हुआ
सांसद ने कहा कि मैंने बताया था कि EBPG का मामला, जिसमें ब्राह्मण, बनिया, पंजाबी, राजपूत, इसमें भी द्वेष की भावना से काम हुआ है। इसको कोर्ट ने नहीं, सरकार ने रोका है। 241 बच्चों के साथ द्वेष की भावना से काम हो रहा है। वे कहना चाहते हैं कि दलितों के साथ, बैकवर्ड के साथ और बिरादरी, पंजाबी बिरादरी के साथ द्वेष की भावना से काम हो रहा है।
सीएम भी प्रधानमंत्री की तरह बड़ा दिल दिखाएं
अरविंद शर्मा ने कहा कि जब प्रधानमंत्री का दिल इतना बड़ा है, उनके मुख्यमंत्रियों का दिल भी इतना बड़ा होना चाहिए। किसान आंदोलन में प्रधानमंत्री ने कितना बड़ा दिल दिखाया, सभी ने देखा है। हमारे सरकार और इस मुख्यमंत्री ने भी हमारे इस काम में बड़ा दिल दिखाना होगा। इसका फैसला कौन करेगा, यह किसी के बस की बात है तो माननीय प्रधानमंत्री के बस की बात है।
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