भारतीय कप्तान का टेस्ट मैचों में असफलता का दौर जारी
न्यूजीलैंड के खिलाफ घरेलु सीरीज के बाद अब एडिलेड टेस्ट में भी रहे असफल
Rohit Sharma Retirement(आज समाज), खेल डेस्क : रोहित शर्मा की कप्तानी में भारतीय क्रिकेट टीम को ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ एडिलेड टेस्ट में शर्मनाक हार का सामना करना पड़ा है। इस हार के बाद से एक बार फिर कोच गौतम गंभीर और टीम मैनेजमेंट को भारतीय बल्लेबाजी क्रम के बारे में सोचने पर मजबूर कर दिया है। इस हार के बाद सबसे ज्यादा आलोचना का शिकार होंगे कप्तान रोहित शर्मा। जिनकी इस टेस्ट मैच में न केवल कप्तानी औसत दर्जे की रही बल्कि बतौर बल्लेबाज वो मैच की दोनों पारियों में असफल साबित हुए। वे न तो अंतरराष्टÑीय स्तर के कप्तान नजर आए और न ही बल्लेबाज। पूरे मैच के दौरान वो भारतीय बल्लेबाजी क्रम में एक बोझ की तरह ही नजर आए।
पिछली 11 पारियों से असफल
रोहित शर्मा पिछली 11 पारियों से बल्लेबाजी में पूरी तरह से असफल रहे हैं। इनमें से 6 पारियों में तो वह दहाई का आंकड़ा भी पार नहीं कर पाए हैं। एडिलेड टेस्ट की पहली पारी में भी वह 3 रन बनाकर आउट हो गए। रोहित शर्मा ने बांग्लादेश के खिलाफ पहले टेस्ट की दोनों पारियों में 6 और 5 रन बनाए थे। दूसरे टेस्ट में 23 और 8 रन ही बना सके। न्यूजीलैंड के खिलाफ 6 पारियों में वह सिर्फ एक अर्धशतक लगा पाए थे और 3 बार दहाई का आंकड़ा भी पार नहीं कर पाए थे। न्यूजीलैंड के खिलाफ रोहित ने 6 पारियों में 91 रन बनाए थे।
रोहित शर्मा को 65 टेस्ट मैच का अनुभव
रोहित शर्मा ने 65 टेस्ट की 112 पारियों में 4274 रन बनाए हैं, जिसमें 212 का हाई स्कोर रहा है। उन्होंने 12 शतक और 18 अर्धशतक लगाए हैं। टेस्ट में रोहित शर्मा का औसत 41.90 का रहा है। साल 2021 से लेकर अब तक सिर्फ 6 शतक लगाने वाले रोहित शर्मा के पिछले तीनों शतक दूसरी पारी में आएं हैं।
नए खिलाड़ियों को मौका देने की जरूरत
रोहित शर्मा की असफलता के बाद यह मांग उठने लगी है कि उनकी जगह नए खिलाड़ियों को मौका दिया जाना चाहिए। देवदत्त पाडीकल, वाशिंगटन सुंदर जैसे खिलाड़ी बाहर बैठे हुए हैं। टीम प्रबंधन को उनमें से किसी एक को रोहित शर्मा के स्थान पर टीम में जगह देनी चाहिए।