नई दिल्ली। कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा की सुरक्षा में चूक का मामला सामने आया है और इस पर आज राज्यसभा में केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने जवाब दिया। राज्यसभा में उन्होंने बताया कि प्रियंका गांधी मामले में उचित कार्रवाई करते हुए तीन पुलिसकर्मियों को निलंबित कर दिया गया है। इस मामले में उच्च स्तरीय जांच के आदेश दे दिए गए हैं। उन्होंने कहा कि रॉबर्ट वाड्रा, राहुल गांधी और परिवार के लोग सुरक्षा नियंत्रण से नहीं गुजरते हैं। पूरे मामले को गृहमंत्री ने राज्यसभा में रखा और कहा कि यह मामला 25 नवंबर का है। प्रियंका गांधी को सूचना मिली कि राहुल गांधी काले रंग की एसयूवी में उनसे मिलने आने वाले हैं। इस दौरान दूसरी काले रंग की एसयूवी इत्तेफाक से वहां आती है जिसमें मेरठ की कांग्रेस नेता शारदा त्यागी थीं। राहुल गांधी की गाड़ी की सूचना होने के कारण काले रंग की एसयूवी को बिना जांच के भीतर जाने दिया गया। लगातार गांधी परिवार की एसपीजी सुरक्षा हटाए जाने के बाद से इस मामले में हंगामा हो रहा है। राज्यसभा में अमित शाह ने सुरक्षा में चूक पर हो रही राजनीति पर जवाब देते हुए कहा कि सुरक्षा की चिंता हो, तो प्रेस में जाने की बजाय कम्युनिकेशन पूरी तरह हो। हालांकि राजनीति करनी हो तो फिर कोई बात ही नहीं। वरना एक गोपनीय पत्र लिख सकते थे। हम जांच कर रहे हैं। वहीं दूसरी ओर कांग्रेस नेता शरदा त्यागी ने कहा कि मैं जन्म से कांग्रेसी हूं। प्रियंका गांधी की सुरक्षा होमगार्ड्स के भरोसे छोड़ी हुई है।’जिस वाहन ने प्रियंका गांधी वाड्रा के निवास पर सुरक्षा को तोड़ा, उसमें मैं मौजूद थी। जब में प्रियंका जी के घर पहुंची तो देखा कि तुरंत ही बैरिकेट हटा दी गई और गेट खोल दिया गया। सुरक्षाकर्मियों को चिंता नहीं थी कि गाड़ी में कौन बैठा है।