प्रभजीत सिंह लक्की, यमुनानगर :
हरियाणा रोड़वेज कर्मचारी सांझा मोर्चा डिपो यमुनानगर में साँझा मोर्चा के बैनर तले सभी यूनियनों ने हिस्सा लिया। मीटिंग की अध्यक्षता यमुनानगर डिपो के सभी प्रधान राजिंदर कांबोज, नन्द लाल कम्बोज, मुकेश पोसवाल, रघबीर सिंह व राम करन ने की। कर्मचारियों ने सुबह से ही चक्का जाम कर दिया।
चप्पे चप्पे पर पुलिस की नजर
मौके पर भारी पुलिस बल मौजूद रहा। अचानक हुए चक्का जाम से यात्रियों को भारी परेशानी का सामना करना पडा। कर्मचारी नेताओं ने कहा कि साथी जगबीर सिंह डिपो देहली के हत्यारों के खिलाफ प्रशासन द्वारा हत्यारों के खिलाफ धारा 302 के तहत मुकदमा तो दर्ज कर लिया हैं, परन्तु अभी तक हत्यारों को गिरफ्तार नहीं किया है व चालक के परिवार को मुआवजा व नौकरी देने की मांग नहीं मानी गई है। इसी को लेकर चक्का जाम रहा। दिनभर यात्री भटकते रहे, लेकिन कोई बस नहीं चली। यात्रियों का बस स्टैड के बाहर खडे आटो ही सहारा बने। उन्होंने लोगों को गंतव्य तक पहुंचाया। स्टेट नेता फूल कुमार कंबोज ने कहा कि हरियाणा रोडवेज कर्मचारी सांझा मोर्चा ने निर्णय लिया है कि 24 घंटे के अंदर हत्यारों को गिरफ्तार कर सख्त कानूनी कार्रवाई की जाए। क्योंकि प्रदेश में गुंडागर्दी बहुत बढ़ गई है। साँझा मोर्चा मांग करता है कि परिवार के एक सदस्य को स्थाई नौकरी व परिवार को 50 लाख रुपए मुआवजा दिया जाए। गंभीर रुप से घायलों को 10-10 लाख मुआवजा दिया जाए।
स्टेट के नेता मनिंदर व ज्ञान सिंह ने संयुक्त रूप से कहा कि समय रहते अगर प्रसासन द्वारा संज्ञान नही लिया तो हरियाणा में चक्का जाम आगे बढाया जाएगा। हरियाणा के सभी डिपोओ को बंद करके हड़ताल की गई। पूरा दिन कर्मचारी प्रदर्शन करते रहे। मौके पर भारी पुलिस बल लगाया गया। ताकि बस स्टैड पर शांति बनी रही। वही थाना प्रभारी कमलजीत सिंह ने बताया कि वह मौके पर मौजूद रहे। किसी प्रकार की कोई अशांति भंग नहीं की गई। बस स्टैड पर पुलिस कर्मचारी मौके पर मौजूद रहे।
यात्री रही परेशान, आटो बने सहारा –
अचानक रोडवेज कर्मचारियों ने चक्का जाम कर दिया। जिससे बस स्टैड पर बने खडी रही। कोई भी रोडवेज बस अपने गतंव्य पर नहीं गई। जो बसे देहात में रात के समय जाती है, वह केवल बस स्टैड पर आई और उसके बाद वापिस नहंी गई। जिससे आमजन को परेशानी का सामना करना पडा। स्कूल व कालेजों के विद्यार्थियों को ज्यादा परेशानी हुई। क्योंकि वह आ तो गए, चक्का जाम होने से देर शाम तक इंतजार करते रहे। यात्रियों को आटो में अपने गतंव्य तक जाना पडा। जो यात्री दूसरे राज्यों से आए, उन्हें बसे नहीं मिली तो बाहर की बसों में ही मुश्किल से जाना पडा।
उच्च अधिकारियों से होगी बैठक – जीएम
बस स्टैड पर कर्मचारी प्रदर्शन करते रही। वही मामले में जब रोडवेज महाप्रबंधक बालकराम से बात हुई तो उन्होंने कहा कि दोपहर तक कोई बस अपने गतंव्य पर नहंी गई। वह लगातार उच्च अधिकारियों से बातचीत कर रहे है, ताकि यात्रियों को परेशानी का सामना न करना पडे। मौके पर डयूटी मैजिस्ट्रेक लगाए गए है।
ये भी पढ़ें : कुपोषण मुक्त भारत के सपने को साकार करने के लिए राष्ट्रीय पोषण माह अभियान को बनाएं जन आंदोलन
ये भी पढ़ें : पुलिस अधीक्षक ने दिया आमजन के लिए संदेश
ये भी पढ़ें : मुख्यमंत्री राहत कोष से अब ऑनलाइन मिल सकेगी मदद : डीसी राहुल हुड्डा
Connect With Us: Twitter Facebook