Road Safety Committee: शराब पीकर गाड़ी चलाने वालों के अब पुलिस करेगी चालान

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शराब पीकर गाड़ी चलाने वालों पर सख्ती होगी
शराब पीकर गाड़ी चलाने वालों पर सख्ती होगी
  • गलत साईड से ओवरटेक करने तथा शराब पीकर गाड़ी चलाने वालों के अब पुलिस करेगी चालान रजिस्ट्रेशन व लाईसेंस न प्राप्त करने वाले ई-रिक्शा चालकों के भी किए जाएंगे चालान,
  • सडक़ सुरक्षा समितिकी मासिक बैठक में दुर्घटनाओं को रोकने और सडक़ सुरक्षा नियमों की जानकारी देने के लिए अतिरिक्त उपायुक्त डॉ. वैशाली शर्मा ने पुलिस और आरटीए को सघन अभियान चलाने के दिए निर्देश
Aaj Samaj (आज समाज), प्रवीण वालिया, करनाल,20 अप्रैल : गलत साईड से ओवरटेक करने तथा शराब पीकर गाड़ी चलाने वालों पर सख्ती होगी। ऐसे लोगों के ज्यादा से ज्यादा चालान किए जाएंगे। शहर में करीब 7 हजार की संख्या पार कर चुकी सडक़ों पर बेतरतीब दौडक़र दुर्घटनाओं को अंजाम देती ई-रिक्शा के भी रजिस्ट्रेशन और लाईसेंस न होने पर चालान किए जाएंगे। बुधवार को जिला सडक़ सुरक्षा समिति की मासिक बैठक की अध्यक्षता करते हुए अतिरिक्त उपायुक्त डॉ. वैशाली शर्मा ने पुलिस विभाग के डीएसपी वीर सिंह और आर.टी.ए. सचिव विजय देशवाल को यह निर्देश देते कहा कि दुर्घटनाओं को रोकने के लिए एक सघन अभियान चलाया जाए।
एडीसी ने मीटिंग में मौजूद अधिकारियों से कहा कि अच्छा हो अधिकारी, अपने-अपने विभागों से सम्बंधित सडक़ों में दुर्घटनाओं का कारण बनने वाली खामियों का खुद ही संज्ञान लेकर उनका समाधान करें, ताकि ऐसी शिकायतें एजेंडा में न आएं, सडक़ सुरक्षा जैसा अहम विषय तभी सार्थक होगा।
नगर निगम की कार्यकारी अभियंता को दिए निर्देश 
मीटिंग में प्रस्तुत एजेंडा में सडक़ों पर गड्ढों के कई बिन्दू शामिल थे। एक बिन्दू दून वैली कॉलेज के आगे से होकर ब्रह्मïानंद चौक तक जाने वाली सडक़ पर खुले सीवर मेन होल को लेकर था। इस पर एडीसी ने नाराजगी दिखाते कहा कि यह एजेंडा में ही नहीं आना चाहिए था, वैसे भी आर.टी.एस. में प्रावधान है कि ऐसे होल को दो घण्टे के अंदर ढक्कन से कवर कर देना चाहिए, ताकि कोई दुर्घटना न हो। उन्होंने नगर निगम की कार्यकारी अभियंता को निर्देश दिए कि खुले मेन होल पर आज ही ढक्कन लगवाएं। सडक़ों पर गढ्ढे के बिन्दूओं में अधिकांश अधिकारियों ने वर्क डन की रिपोर्ट दी।
आई.डी.टी.आर. से सम्बंधित एक बिन्दू में जानकारी दी गई थी कि उक्त संस्थान की ओर से भिन्न-भिन्न केटेगरी के 125 वाहन चालकों को बीते मार्च में प्रशिक्षण दिया गया और 115 को सर्टिफिकेट जारी किए गए। रिपोर्ट में यह भी था कि 19 दिसंबर 2022 से 14 मार्च 2023 के बीच प्रशिक्षणार्थियों की कुल संख्या 514 और सर्टिफिकेट प्राप्त करने वालों की संख्या 324 है। इस बिन्दू पर चर्चा के दौरान गैर सरकारी सदस्य संदीप लाठर ने कहा कि जीएम रोडवेज के कार्यालय तथा आईडीटीआर में प्रशिक्षण के लिए जो फीस स्ट्रक्चर निर्धारित किए गए हैं, उनमें कुछ अंतर है। आईडीटीआर से आए एक प्रतिनिधि ने इस बारे स्पष्टï करते कहा कि सभी शुल्क सरकार की ओर से निर्धारित किए गए हैं, जो संस्थान में प्रशिक्षण, विशेषताओं, सुविधाओं और ज्यादा समय लगाकर ट्रेंड करने के लिए हैं। फिर भी अतिरिक्त उपायुक्त ने कहा कि उपायुक्त महोदय से इस बारे डिस्कस करेंगे।
एजेंडा में इंटाग्रेटिड रोड एक्सीडेंट डाटाबेस की प्रोजेक्ट मैनेजर स्वाति गुप्ता की रिपोर्ट भी शामिल थी, जिसमें वर्णन किया गया था कि वर्ष 2022 व 23 की तुलना में जिला में सडक़ दुर्घटनाओं में तो इजाफा हुआ है, लेकिन जानलेवा दुर्घटनाओं में कमी आई है। दुर्घटनाओं का कारण उन्होंने हाई स्पीड, रोंग साईड से ओवर टेक और शराब पीकर गाड़ी चलाना बताया। अतिरिक्त उपायुक्त ने आरटीए सचिव को निर्देश दिए कि लोगों को जागरूक करने के लिए अभियान चलाया जाए। जहां-जहां वलनरेबल पाँयट हैं, उन पर ज्यादा फोकस करें।
बीते मार्च में किए गए चालान और उनसे रिकवर की गई राशि की जानकारी
आरटीए सचिव की ओर से पुलिस विभाग द्वारा बीते मार्च में किए गए चालान और उनसे रिकवर की गई राशि की जानकारी देते बताया गया कि इस अवधि में पुलिस द्वारा विभिन्न वायलेशन के 9 हजार 944 चालान किए और दोषी व्यक्तियों से 32 लाख 72 हजार 300 रूपये की जुर्माना राशि रिकवर की गई। उन्होंने बताया कि इस अवधि में आरटीए कार्यालय द्वारा भी ओवरलोडिड वाहनो के 672 चालान किए गए और उनके मालिकों से 1 करोड़ 50 लाख 16 हजार रूपये का जुर्माना वसूल किया गया।
बता दें कि बीती मार्च की मासिक बैठक में उपायुक्त द्वारा विभिन्न विभागों को रोड सेफ्टी एक्शन प्लान बनाने के निर्देश दिए थे, ताकि सडक़ दुर्घटनाओं में 20 प्रतिशत कमी हो जाए। इस एजेंडा बिन्दू पर एडीसी को आरटीए के इस जवाब से, कि किसी अधिकारी ने अब तक प्लान की रिपोर्ट नहीं दी, हैरत हुई। उन्होंने निर्देश दिए कि अगले 15 दिन में इस तरह का प्लान जरूर तैयार कर लें।
यूं तो मासिक एजेंडा 46 बिन्दूओं को लेकर था, जिनमें 30 बिन्दू पिछली मीटिंगों से लंबित चले आ रहे, से सम्बंधित थे। अधिकांश में अधिकारियों ने वर्क डन और प्रगति पर चल रहे की रिपोर्ट दी। चार बिन्दू ड्रॉप कर दिए गए, इतने ही पैंडिंग रहे। चालू मास अप्रैल के 16 बिन्दू थे। अतिरिक्त उपायुक्त ने सभी सम्बंधित अधिकारियों को निर्देश दिए कि वे अगली मीटिंग में इन सभी बिन्दूओं पर कार्रवाई करके रिपोर्ट प्रस्तुत करें। एक एजेंडा बिन्दू घोघड़ीपुर फाटक मूनक रोड बाईपास पर वाहनो की कंजैशन को लेकर था। पीडब्ल्यूडी डिवीजन 2 के एक्सईएन ने बताया कि इस जगह पर यातायात को सुगम बनाने के लिए कई तरह के प्रावधान का एक एस्टीमेट 5 लाख रूपये का बना लिया है। आरटीए से कुछ अतिरिक्त फंड की भी जरूरत है। इससे सभी समस्याों का हल हो जाएगा। एडीसी ने आरटीए सचिव  को निर्देश दिए कि वे फंड अवलेबल करवा दें।
गैर सरकारी सदस्यों ने भी कुछ मुद्दे उठाए। मीटिंग में गैर सरकारी सदस्य प्रमोद गुप्ता ने कहा कि सडक़ पर ई-रिक्शा चालकों के उल्लंघन के भी चालान किए जाएं। सदस्य रमन मिढ्ढïा ने कहा कि वीर शिरोमणि महाराणा प्रताप चौक से कलंदरी गेट तक सडक़ पर डिवाईडर होना चाहिए। सदस्य संदीप लाठर ने कहा कि सडक़ पर खुले मेन होल या गड्ढों का तुरंत समाधान होना चाहिए। सदस्य विपिन शर्मा ने कहा कि ओल्ड जी.टी. रोड पर घण्टाघर चौक से पहले पेट्रोल पम्प के सामने कट की जगह पर डिवाईडर का स्पेस बढ़ाया जाए। अन्य सदस्यों में एल.आर. चौधरी तथा जे.आर. कालड़ा भी मौजूद थे।
मीटिंग में इन्द्री व असंध के सब डिविजनल मजिस्ट्रेट राजेश कुमार व मनदीप कुमार तथा आरटीए कार्यालय के उप निरीक्षक सुरेन्द्र सैनी भी मीटिंग में मौजूद रहे।