Docor Rape & Murder Case, (आज समाज), नई दिल्ली/कोलकाता: सुप्रीम कोर्ट के कोलकाता में हड़ताल कर रहे जूनियर डॉक्टरों को अल्टीमेटम दिए जाने के बावजूद डॉक्टर काम पर लौटने को सहमत नहीं हैं। गौरतलब है कि आरजी कर मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल में 9 अगस्त को ट्रेनी डॉक्टर की दुष्कर्म के बाद हत्या के विरोध में जूनियर डॉक्टरों की हड़ताल जारी है।
हमें व पीड़ित को नहीं मिला न्याय : डॉक्टर्स
सुप्रीम कोर्ट ने इसको लेकर जूनियर डॉक्टरों को आज शाम 5 बजे तक काम पर लौटने का अल्टीमेटम दिया, लेकिन डॉक्टरों ने एक बयान जारी कर कहा कि उन्हें और पीड़ित को न्याय नहीं मिला है, इसलिए वे काम पर नहीं लौटेंगे। उन्होंने कहा है कि सरकार और सुप्रीम कोर्ट को नहीं भूलना चाहिए कि यह विरोध प्रदर्शन एक जनांदोलन है और हम मामले की सुनवाई से बेहद निराश हैं।
स्वास्थ्य सचिव को भी बर्खास्त करने की मांग
जूनियर डॉक्टर राज्य के स्वास्थ्य सचिव को भी बर्खास्त करने की मांग कर रहे हैं। इसके लिए वे आज दोपहर 1 बजे करुणामयी (साल्ट लेक) से स्वास्थ्य भवन तक मार्च भी निकालेंगे।
काम पर न लौटे तो अनुशासनात्मक कार्रवाई
सुप्रीम कोर्ट ने कहा है कि यदि डाक्टर आज शाम 5 बजे तक ड्यूटी पर नहीं लौटें तो उनके खिलाफ राज्य सरकार को कार्रवाई करने से नहीं रोका जा सकता। कोर्ट ने कहा है कि डॉक्टरों का पेशा ही मरीजों की सेवा करना है। यदि डॉक्टर लगातार काम से दूर रहते हैं तो उनके खिलाफ अनुशासनात्मक कार्रवाई की जा सकती है।
जानें क्या कहती हैं पीड़िता की मां
पीड़ित की मां ने कहा है कि पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी पैसे आॅफर करने वाली बात पर झूठ बोल रही हैं। उन्होंने कहा, मेरी बेटी वापस नहीं आएगी, क्या मैं उसके नाम पर झूठ बोलूंगी? मां के अनुसार पीड़िता की मां ने हमें बताया कि हमें पैसे मिलेंगे और सुझाव दिया कि हम अपनी बेटी की याद में कुछ बनाएं। मैंने जवाब दिया, मैं अपनी बेटी को न्याय मिलने के बाद पैसे लेने उनके दफ्तर आऊंगी।