माता वैष्णों जाने के लिए RFID Card जरूरी, भीड़ को कंट्रोल करने के लिए शुरू हुई नई व्यवस्था, जानिए इस सिस्टम के बारे

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RFID Card for Mata Vaishno Devi

आज समाज डिजिटल, RFID Card for Mata Vaishno Devi : अगर आप भी नये साल की शुरूआत माता वैष्णों देवी के दरबार में माथा टेकने से करने जा रहे हैं तो जरा इस खबर काे जरूरी पढ़ लें। माता वैष्णों देवी श्राइन बोर्ड ने नववर्ष पर श्रद्धालुओं की भीड़ को काबू में रखने के लिए रेडियो फ्रीक्वेंसी आइडेंटिफिकेशन (RFID Card) कार्ड की व्यवस्था शुरू की है। इस कार्ड के बिना किसी भी यात्री को भवन की ओर प्रस्थान करने की अनुमति नहीं होगी।

हर श्रद्धालु पर अत्याधुनिक स्कैनर से नजर रखी जाएगी। जो भक्त यात्रा समाप्त करने के बाद कार्ड वापस नहीं करेगा, उस पर श्राइन बोर्ड प्रशासन जुर्माना करेगा। यह व्यवस्था शुरू हो गई है। यह सुनिश्चित किया जा रहा है कि कोई भी श्रद्धालु बिना आरएफआईडी कार्ड के माता वैष्णो देवी की यात्रा न करे और वापसी पर हर हाल में अपना कार्ड जमा करवा सके। जो लोग कार्ड जमा नहीं करवा रहे हैं, पकड़े जाने पर उनसे जुर्माना वसूला जा रहा है। इस सख्ती का मुख्य उद्देश्य यात्रा मार्ग और भवन पर ज्यादा भीड़ न होने देना है। (Katra Yatra New Rule)

वहीं वैष्णो देवी यात्रा छोड़ने के लिए श्राइन बोर्ड प्रशासन द्वारा विशेष प्रबंध किए जा चुके हैं। इसी के तहत आरएफआईडी कार्ड में भी स्टिकर युक्त टैगिंग की जा रही है। 

1 जनवरी 2022 को मची थी भगदड़, 12 लोगों की गई थी जान

जानकारी के मुताबिक श्राइन बोर्ड प्रशासन यात्रा को नियंत्रित तरीके के छोड़ने के लिए हर संभव प्रयास कर रहा है। ताकि पिछले वर्ष की तरह वैष्णो देवी भवन पर भगदड़ जैसी घटना दोबारा न हो सके। इसके लिए अधिकारियों द्वारा लगातार कंट्रोल रूम के माध्यम से वैष्णो देवी यात्रा मार्ग पर नजर रखी जा रही है।

बता दें कि पिछले साल 1 जनवरी 2022 को भवन में श्रद्धालुओं की भीड़ ऑउट ऑफ कंट्रोल हो गई थी, जिसके बाद वहां भगदड़ मच गई है। इस भगदड़ में 12 लोगों की मौत हो गई थी और कई लोग घायल हुए थे। ऐसी घटना दोबारा न हो, इसके लिए श्राइन बोर्ड ने इस बार पूरी तैयारी कर रखी है।

पुलिस प्रशासन, सीआरपीएफ व श्राइन बोर्ड की टीमें मुस्तैद

इन कंट्रोल रूम पर पुलिस प्रशासन, सीआरपीएफ व श्राइन बोर्ड की अधिकारिक टीमें संयुक्त रूप से कार्य कर वैष्णो देवी यात्रा पर नजर रख रही है। अधिकारियों का कहना है कि अगर वैष्णो देवी भवन पर आरएफईडी सिस्टम की मदद से अधिक श्रद्धालु नजर आएंगे तो यात्रा मार्ग पर आगे बढ़ रहे श्रद्धालुओं को अर्ध कुंवारी, सांझीछत व मनोकामना भवन पर कुछ समय के लिए रोका जा सकता है।

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