(Rewari News) रेवाड़ी। दिगम्बर जैन महासमिति गांधीनगर और बडा मंदिर की नई कार्यकारिणी की ओर से विद्यासागर महाराज के प्रथम समाधि दिवस पर बड़ा मंदिर में संकीर्तन का आयोजन किया गया।इस मौके पर समिति की पदाधिकारी प्रीति जैन, राजबाला जैन, सपना जैन व आशा जैन ने बताया कि दिंगबर जैन मुनि संत परंपरा के आचार्य विद्यासागर महाराज ने छत्तीसगढ़ के डोंगरगढ़ स्थित चंद्रगिरि तीर्थ में 3 दिन के उपवास के बाद अपना शरीर त्याग दिया।
आज हमारे श्रद्धा के ईश्वर, परमेश्वर, संत शिरोमणि विधासागर के समाधि महोत्सव के अवसर पर जैन समाज की काफी संख्या में महिलाएं संकीर्तन कर उन्हें नमन कर रही हैं। उन्होंने बताया कि प्रकृतिनिष्ठ आचार्य विद्यासागर महामुनिराज संतत्व से सिद्धत्व तक के अविराम यात्री, गतिशील साधक, दिगम्बरत्व रुपी आकाश में विचरण करने वाले एक आध्यात्मिक सूर्य थे। भारत की पवित्र भूमि को पावन करने वाले महापुरुषों में आप एक दैदीप्यमान महापुरुष थे।
राष्ट्र समाज एवं प्राणी मात्र के आप शुभंकर थे। आचार्य विद्यासागर मोक्ष पिपासुओं के लिए शीतल व निर्मल जल की धार भी बने।इस अवसर पर पलका जैन, मोनिका जैन, सुनीता जैन, मोनिका, बबीता जैन, मनीला जैन, मीनाक्षी जैन, मिथलेश जैन, रितिका जैन व रुचि जैन समेत काफी संख्या में श्रद्धालु महिलाएं मौजूद रहीं।
Rewari News : देश हमें देता है सब कुछ-हम भी तो कुछ देना सीखे