(Rewari News) रेवाड़ी। हरियाणा एवं पंजाब उच्च न्यायालय के न्यायाधीश एवं रेवाड़ी सेशन डिविजन के एडमिनिस्ट्रेटिव जज जस्टिस राजेश भारद्वाज ने शुक्रवार को न्यायिक परिसर रेवाड़ी के मौजूदा भवन में 5.27 करोड़ रुपए की लागत से तृतीय तल पर नवनिर्मित 3 कोर्ट रूप का उद्घाटन किया। जस्टिस राजेश भारद्वाज ने कोर्ट रूम का अवलोकन करने के साथ ही नए कोर्ट परिसर में संबंधित जज को कुर्सी पर बैठाकर कोर्ट कार्य का विधिवत रूप से शुभारंभ भी करवाया।
रेवाड़ी पहुंचने पर जस्टिस भारद्वाज का पुष्प गुच्छ के साथ जिला एवं सत्र न्यायाधीश गुरविंद्र सिंघ वधवा व डीसी राहुल हुड्डïा ने स्वागत किया। कोर्ट परिसर में जस्टिस ञ्जाारद्वाज ने पौधरोपण किया और बार एसोसिएशन के कार्यक्रम में पहुंचकर अधिवक्ताओं से सीधा संवाद भी किया।
न्यायपालिका सभी को हक और अधिकार दिलाने के लिए संकल्पित : जस्टिस भारद्वाज
नवनिर्मित कोर्ट रूम के शुभारंभ के उपलक्ष्य में बाल भवन परिसर में आयोजित कार्यक्रम में जस्टिस राजेश भारद्वाज ने कहा कि न्यायिक सिस्टम पर अधिवञ्चताओं व वादी-परिवादियों की अपेक्षाएं होती हैं और इस सिस्टम केा दुरूस्त बनाए रखने में न्यायिक प्रक्रिया से जुड़े हर शक्चस का अहम योगदान है। उन्होंने कहा कि न्याय प्रक्रिया का अनुसरण करते हुए निर्धारित नियमानुसार सबको त्वरित न्याय दिलवाते हुए केस का जल्द से जल्द से जल्द फैसला करवाकर परिवादियों को राहत पहुंचाना न्यायपालिका की सर्वोच्च प्राथमिकता है।
उन्होंने कहा कि न्याय में देरी फरियादी को न्याय से वंचित करने के समान है। न्यायपालिका सभी को उनका हक और अधिकार दिलाने के लिए संकल्पित है। देश के हर नागरिक को समान रूप से न्याय मांगने का अधिकार है। उन्होंने कहा कि आपसी सुलह समझौते के आधार पर समाप्त हो सकने वाले मामलों के लिए लोक अदालतों का आयोजन समय-समय पर किया जाता है।
लोक अदालतों के माध्यम से लंबित मामलों का होता है निदान
जस्टिस राजेश भारद्वाज ने कहा कि समुचित विकास तब तक संभव नहीं है जब तक कि सबको समान रूप से न्याय न मिले। उन्होंने कहा कि आमजन के अधिकारों को प्रोटेञ्चट करने के लिए कानून सबके लिए समान बनाया गया है। ऐसे में सबको न्याय मिले यह सुनिश्चित करने में न्याय प्रक्रिया से जुड़े सभी अधिकारियों को अपना दायित्व निभाना है। उन्होंने कहा कि कानून की निगाह में कोई छोटा या बड़ा नहीं होता है। कानून का उल्लंघन करने वाला व्यक्ति सजा का पात्र होता है।
उन्होंने लोक अदालत के बारे में विस्तार से जानकारी देने के साथ ही लोगों को कानूनी जानकारी और सहायता दिए जाने के लिए जिला विधिक सेवा प्राधिकरण की कार्यप्रणाली के बारे में भी जानकारी दी। आर्थिक मजबूरी के कारण कोई भी व्यक्ति न्याय पाने से वंचित न रहे यह न्यायपालिका का मुक्चय उद्देश्य है और जरूरतमंद को एडीआर सेंटर के माध्यम से सहयोग करने में भी न्यायपालिका अपना दायित्व निभा रही है।
विकासात्मक पहलू के साथ सामजिक संदेश सुनकर जी सा आ गया
बाल भवन परिसर में नन्हे विद्यार्थियों द्वारा सारगर्भित व सार्थक संदेश के साथ प्रस्तुत किए गए सांस्कृतिक कार्यक्रमों को देखकर जस्टिस राजेश भारद्वाज काफी प्रभावित हुए। उन्होंने कहा कि आज रेवाड़ी में आधारभूत ढांचागत विकास की दिशा में जहां उन्हें न्यायिक परिसर में नए कोर्ट रूम के उद्घाटन का अवसर मिला है वहीं मनोहारी सामाजिक समरसता का संदेश देती सांस्कृतिक प्रस्तुतियों को देखकर जी सा आ गया..। हरियाणवी लोक शैली में उन्होंने अपने संदेश में युवा वर्ग को नशे से दूर रहने के साथ ही संस्कारवान बनते हुए राष्टï्रहित में अपनी भागीदारी सुनिश्चित करने के लिए प्रेरित किया। बाल भवन में आयोजित कार्यक्रम में शाकुंतलम संगीत एवं नाट्य संस्थान के कलाकारों तथा विद्यार्थियों द्वारा विभिन्न प्रकार के सांकृतिक कार्यक्रमों की मनोहारी प्रस्तुतियां दी गई।
यह रहे उपस्थित
इस अवसर पर जस्टिस राजेश भारद्वाज की धर्मपत्नी पूनम भारद्वाज, जिला एवं सत्र न्यायाधीश की धर्मपत्नी जेसमिन वधवा, बार एसोसिएशन के प्रधान विश्वामित्र यादव, उपभोञ्चता फोरम के चेयरमैन संजय कुमार खंडूजा, अतिरिञ्चत जिला एवं सत्र न्यायाधीश राजकुमार जैन, डा.सुनीता ग्रोवर, वीरेंद्र पाल, लोकेश गुप्ता, पियूष शर्मा, एसीजेएम प्रदीप चौधरी, सीजेएम मेनका सिंह, डालसा सचिव अमित वर्मा, जेएमआईसी जोगेंद्री, सिविल जज अशोक कुमार, आकाश चोपड़ा, मिताली अग्रवाल, विश्वास, खटक, आदित्य सैनी, बेनिका सहित जिला प्रशासन की ओर से एसडीएम रेवाड़ी विकास यादव, लोक निर्माण विभाग के एसई विकास कुमार, एक्सईएन आदित्य देशवाल समेत अनेकों अधिवक्तागण व गणमान्य व्यक्ति मौजूद रहे।