(Rewari News) रेवाड़ी। रेवाड़ी जिला के गांव नांगल शहबाजपुर में एक किसान परिवार का बेटा संदीप कुमार पुत्र दिनेश कुमार सैनी ने एचसीएस में 44वीं एआईआर रैंक हासिल कर अपने गांव व क्षेत्र का नाम रोशन किया है। संदीप कुमार की इस उपलब्धि पर प्रदेश के मुख्यमंत्री नायब सिंह ने संदीप कुमार को शुभकामनाएं देते हुए सम्मानित किया है।
संदीप कुमार ने अपनी सफलता श्रेय अपनी माता-पिता एवं परिवारजनों के साथ-साथ अपने गुरू मास्टर लालचन्द को दिया, जिनके मार्गदर्शन में अपनी स्कूली शिक्षा गांव के ही सैनी स्कूल से प्राप्त की।
बाद में आईआईटी रोपड़ से बीटैक की डिग्री हासिल की। मास्टर लालचन्द सैनी ने बताया कि संदीप कुमार ने सीडीएस-2020 में पूरे देश में प्रथम स्थान हासिल किया था। संदीप अपने कॉलेज में लगातार चार बार बैस्ट एथलीट रहा।
अब एससीएस में संदीप को एक्साइज एंड टैक्सेसन अधिकारी का पद मिला। संदीप कुमार ने अपने प्रथम प्रयास में ही एचसीएस की परीक्षा पास की। संदीप अपने गांव का पहला बेटा है, जो एचसीएस अधिकारी बना है।
संदीप कुमार की माता सरोज देवी गृहिणी है तथा पिता दिनेश कुमार सेना से सेवानिवृति लेकर खेती-बाड़ी करता है। तीन बहन-भाइयों में संदीप सबसे बड़ा है। एक छोटी बहन जेआरएफ क्वालिफाई करके पीएचडी कर रही है जबकि दूसरी बहन नीशू आईआईटी दिल्ली से मैथ से एमएससी कर रही है। इन्होंने स्कूली शिक्षा ग्रामीण क्षेत्र से पूरी करने के बाद उच्च शिक्षा के लिए अलग-अलग स्थान चुने।
ताऊ मास्टर लालचन्द को बताया प्रेरणा स्त्रोत
संदीप कुमार ने अपनी उपलब्धि के लिए अपने ताऊ व गुरु मास्टर लालचन्द सैनी को प्रेरणा स्त्रोत बताया। बता दें कि मास्टर लालचन्द सैनी प्राचार्य पद से सेवानिवृत है तथा उन्होंने अपने शिक्षणकाल में अलग-अलग स्थानों पर रहते शिक्षा के क्षेत्र में ग्रामीण प्रतिभाओं को आगे लाने का हर संभव प्रयास किया तथा अपने घर पर भी छात्र-छात्राओं को रखकर न केवल नि:शुल्क ट्यूशन पढ़ायाव भोजन खिलाया बल्कि उनके उज्ज्वल भविष्य के लिए उनका मार्गदर्शन भी किया जिसके चलते बावल क्षेत्र में वह अपनी एक अलग पहचान रखते हैं।
संदीप कुमार ने बताया कि उनके ताऊ ने उन्हें हमेशा अनुशासन में रहते हुए लक्ष्य प्राप्ति के लिए लगातार प्रयास करने का जो मंत्र दिया था उसकी की बदौलत आज वह यह उपलब्धि हासिल कर पाया है। संदीप कुमार ने बताया कि उसका अगला टारगेट आईएएस है जिसका प्री पहले क्लीयर कर चुका है।
आगे भी वह अपने लक्ष्य को हासिल करने के लिए लगातार प्रयास करता रहेगा। संदीप कुमार ने सभी युवाओं को भी लक्ष्य प्राप्ति के लिए अनुशासन व लगातार परिश्रम करने की प्रेरणा दी। संदीप कुमार की इस उपलब्ध पर गांव व क्षेत्र के लोगों ने बधाई दी है।