(Rewari News) रेवाड़ी। हाल ही में प्रोफेसर, एसोसिएट प्रोफेसर और असिस्टेंट प्रोफेसर की 56 स्थायी नियुक्तियां होने से मीरपुर स्थित इंदिरा गांधी यूनिवर्सिटी में 5 से 12 वर्षों से कार्यरत 35 रिसोर्स पर्सन (गेस्ट फैकल्टी) को तुरंत प्रभाव से हटा दिया गया है। जिसे लेकर हुकटा के प्रतिनिधिमंडल ने प्रदेश के मुख्यमंत्री नायाब सिंह सैनी से मुलाकात की।
हुकटा के प्रदेशाध्यक्ष विजय मलिक व प्राची जैन ने बताया कि मुख्यमंत्री ने छंटनी किए गए रिसोर्स पर्सन्स को एडजस्ट करने के लिए मौके पर ही आदेश दिए हैं लेकिन अब तक गेस्ट फैकल्टी की जॉइनिंग नहीं हो पाई है। इस कारण हटाए गए सभी फैकल्टी भारी मानसिक परेशानी झेलने को मजबूर हैं।

हुकटा की आइजीयू रेवाड़ी की अध्यक्ष कर्मवती यादव ने बताया कि मीरपुर यूनिवर्सिटी में स्थायी भर्ती के बाद भी 41 स्वीकृत पद रिक्त बचे हुए हैं। जिन पर सभी छंटनीग्रस्त रिसोर्स पर्सन को 57700 के वेतनमान पर पुन: बहाल किया जा सकता।प्रदेशाध्यक्ष ने यह भी बताया कि आइजीयू मीरपुर के जैसे ही हरियाणा के बाकी सभी सरकारी विश्वविद्यालय में कार्यरत अस्थाई सहायक प्रोफेसर भी लगभग एक दशक से अपनी सेवाएं विश्वविद्यालयों को देते आए हैं एवं यूजीसी के सभी भर्ती मापदंडों को पूरा करते हैं। इनमें से कुछ ऐसे हैं जो भर्ती प्रक्रिया में आवेदन करने के आखिरी पड़ाव पर हैं, या उनकी अप्लाई करने की उम्र जा चुकी है और वे केवल इसी नौकरी के आधार पर अपना व अपने परिवार का जीवन यापन कर रहे हैं। इस अवसर पर ज्योति, प्रशांत बंसल, प्राची जैन, अजय कुमार आदि आइजीयू के गेस्ट फैकल्टी उपस्थित रहे।

Rewari News : सभागार में समाधान शिविर के दौरान सुनी जनसमस्याएं