(Rewari News) रेवाड़ी। जिला नगर योजनाकार विभाग की टीम ने लगातार दूसरे दिन जिले के कस्बा धारुहेड़ा में नंदरामपुर बास रोड़ पर करीब दो एकड़ में विकसित की जा रही अवैध कालोनी के निर्माण पर पीला पंजा चला दिया। इस दौरान स्थानीय लोगों ने डीटीपी की टीम का विरोध करते हुए उनके साथ मारपीट का प्रयास भी किया। विभाग की ओर से थाना धारुहेड़ा में आरोपियों के खिलाफ शिकायत दर्ज करा दी गई है।
जिला नगर योजनाकार मंदीप सिंह सिहाग के अनुसार धारुहेड़ा क्षेत्र में बिना विभाग की अनुमति के अवैध रूप से कालोनियां विकसित किए जाने का खेल खेला जा रहा था। जिसे लेकर विभाग की ओर से नोटिस भी दिए गए, लेकिन उनकी ओर से कोई जवाब नहीं दिया गया।
जिसके उपरांत विभाग ने गुरुवार को बड़े स्तर अतिक्रमण हटाने का अभियान चलाया था। लगातार दूसरे दिन डीटीपी की टीम ड्यूटी मैजिस्ट्रेट के नेतृत्व में पुलिस बल व जेसीबी के साथ मौके पर पहुंची। धारुहेड़ा में नंदरामपुर बास रोड़ पर लगभग 2 एकड़ में अवैध रूप से विकसित हो रही अवैध कालोनी में 12 डीपीसी, 3 चारदीवारी तथा 1 अवैध निर्माण को पीले पंजे की सहायता से धराशायी कर दिया गया।
डीटीपी विभाग की अतिक्रमण हटाने की कार्यवाही के दौरान कुछ लोगों द्वारा टीम का जमकर विरोध किया। यहां तक कि टीम सदस्यों के साथ हाथापाई व मारपीट का प्रयास भी किया गया।
मौके पर मौजूद पुलिस कर्मियों की मौजूदगी के चलते आरोपियों को शांत कराया गया। विभाग की ओर से आरोपियों के खिलाफ थाना धारूहेड़ा में शिकायत दर्ज कर दी गई है। इसके अतिरिक्त नियमों की उल्लंघना करने वालो के विरूद्ध नियम अनुसार आवश्यक कार्यवाही अमल में लाई जाएगी तथा जिला प्रशासन के सहयोग से अवैध निर्माणों पर तोडफ़ोड़ की कार्यवाही की जाएगी।
जिला नगर योजनाकार ने बताया कि नियन्त्रित क्षेत्र में कोई भी अवैध निर्माण न करे तथा प्लाट खरीदने से पहले इस कार्यालय से उस कालोनी की वैधता बारे सुनिश्चित करें ताकि विभागीय कार्यवाही एवं आर्थिक नुकसान से बचाव हो सके। किसी भी प्रकार का निर्माण करने से पहले सरकार के नियमानुसार अनुमति लेवें। अवैध कालोनी काटने वाले प्रोपर्टी डीलर आम जन को झूठे सब्जबाग दिखाकर खाली भूमि पर प्लाट बेच देते हैं।
इससे सामान्य जनता को तब पता चलता है जब उस स्थल पर अवैध निर्माण शुरू करने पर कार्यवाही की जाती है। उस समय जिस व्यक्ति द्वारा वह प्लाट खरीदा गया है वह अपने आपको ठगा हुआ महसूस करता है। उन्होंने बताया कि किसी भी अवैध कॉलोनी में कोई प्लाट न खरीदें ताकि आम जन की गाढी कमाई बेकार न जाए। कोई भी व्यक्ति प्लॉट खरीदने से पहले कॉलोनी की वैधता बारें जिला नगर योजनाकार, रेवाडी कार्यालय से किसी भी कार्यदिवस को छानबीन कर सकता है।