• केविके की ओर से कुहारड़ में सरसो खेत दिवस कार्यक्रम का हुआ आयोजन

(Rewari News) रेवाड़ी। रामपुरा स्थित कृषि विज्ञान केंद्र की ओर से प्रमुख डा. कपूर की देखरेख में नाहड़ खंड के गांव कुहारड़ में सरसो खेत दिवस का आयोजन जागरुक जमींदार सुरेश यादव के फार्म हाउस पर किया गया। जिसमें आसपास के क्षेत्र के 60 से अधिक किसानों ने भाग लिया।

इस मौके पर कृषि विज्ञान केंद्र द्वारा गांव में सरसो की उन्नतशील किस्मो आरएच-1706 व सीएस-60 के लगाए गए प्रदर्शन प्लांट्स का केंद्र के विशेषज्ञ द्वारा अवलोकन कराया गया। जिसमें किसान इन किस्मों का आगामी रबी सीजन में बुआई करके लाभान्वित हो सके।

हरियाणा कृषि विश्वविद्यालय द्वारा निकाली गई किस्म आरएच-1706 बायो फोर्टिफाइड

इस अवसर पर फसल विशेषज्ञ डा. विश्वजीत सिंह ने बताया कि हरियाणा कृषि विश्वविद्यालय द्वारा निकाली गई किस्म आरएच-1706 बायो फोर्टिफाइड है, जिससे इरोसिक एसिड की मात्रा घटाकर दो फीसदी की गई है। आमतौर से 38-42 फीसदी पाई जाती है। इसोसिक एसिड के कारण तेल में झरप होने के कारण विदेशों में सरसो के तेल का प्रयोग नहीं करते हैं।

इनकी औसतन पैदावास 26 कुंतल एवं अधिकतम 32 कुंतल एवं औसतन 25 कुंतल प्रति हैक्टेयर ली जा सकती है। ये खारी पानी में अच्छे परिणाम देती है. बाजरा की कताई के बाद पानी से पलेवा करके खारी पानी में बुवाई करके किसान लाभान्वित हो सकते हैं।

कार्यक्रम का संचालन बागवानी विशेषज्ञ डा. प्रमोद यादव ने करते हुए बसंत ऋतु में लगाई जाने वाली सब्जियों लौकी, तोरई, टिंडा, कद्दू, खीरा, भिंडी, ग्वार आदि को लगाने के लिए प्रेरित करते हुए उपयुक्त किस्मों, क्रियाओं व कीट तथा बीमारियों से बचाव के लिए जानकारी दी। गृह वाटिका लगाकर आर्थिक बचत के साथ-साथ शुद्ध केमिकल सहित फल एवं सब्जियों को गृह वाटिका से उपयोग कर सकते हैं। अंत में जागरुक किसान व कुहारड़ किसान क्लब के प्रधान जयकिशन ने सभी किसानों व केंद्र विशेषज्ञों का धन्यवाद किया।

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