(Rewari News) रेवाड़ी। राष्ट्रीय कृमि मुक्ति दिवस पर 11 फरवरी से जिले में विशेष अभियान चलाकर एक वर्ष से 19 वर्ष तक के सभी बच्चों को एल्बेंडाजोल की गोलियां खिलाई जाएंगी। बच्चों को ये गोलियां आंगनबाड़ी केंद्र, स्कूलों, औधोगिक व स्लम एरिया तथा अन्य चिन्हित स्थानों पर खिलाई जाएगी।
कार्यक्रम की समीक्षा के लिए उपायुक्त अभिषेक मीणा ने लघु सचिवालय के सभागार में सोमवार को स्वास्थ्य, शिक्षा, महिला एवं बाल विकास, आईएमए तथा अन्य संबंधित विभागों के अधिकारियों के साथ बैठक कर रूपरेखा तैयार की। उन्होंने कहा कि बच्चों को कुपोषण से बचाने तथा उन्हें स्वास्थ्य के बारे में जागरूक करने के लिए सभी विभाग आपसी तालमेल के साथ राष्ट्रीय कृमि मुक्ति दिवस कार्यक्रम में पूर्ण सहयोग करें। विशेष अभियान के तहत एक से 19 वर्ष के बच्चों को आंगनबाड़ी केंद्रों, स्कूलों, स्लम एरिया तथा चिन्हित स्थानों पर एल्बेंडाजोल की गोली खिलाई जानी है। इस अभियान को सफल बनाने के लिए योजनाबद्ध तरीके से कार्य करें और शत प्रतिशत बच्चों को दवा खिलाना सुनिश्चित करें।
कृमि मुक्ति दिवस मनाए जाने का मुख्य उद्देश्य बच्चों में पेट के कीड़ों की बीमारी से मुक्त करना है। यह बीमारी बच्चों में शारीरिक कमजोरी उत्पन्न करती हैए जिससे बच्चा कुपोषण का शिकार हो जाता है। उन्होंने कहा कि बच्चों को कुपोषण से बचाने में शिक्षक अहम भूमिका निभा सकते हैं। जिला में लक्ष्य अनुसार शहरी व ग्रामीण क्षेत्रों में घर.घर जाकर ही बच्चों को एल्बेंडाजोल की दवा खिलाएं। इसके अलावा एएनएम व आंगनबाड़ी वर्कर यह सुनिश्चित करें कि कोई भी बच्चा दवा से वंचित न रहे।
जिला में 3 लाख 24 हजार 778 बच्चों को एल्बेंडाजोल दी जाएगी
डिप्टी सीएमओ डॉक्टर अशोक ने बताया कि एक से दो साल तक के बच्चों को आधी गोली, दो से 19 साल तक तथा 20 से 24 साल की उन महिलाओं, जो गर्भवती ना हो और जो बच्चों को स्तनपान ना कराती हो, को पूरी गोली खिलाई जाएगी। 20 से 24 साल के बीच की ऐसी 24 हजार 860 महिलाओं को ये गोलियां खिलाई जाएंगी। उन्होंने अभिभावकों से अपील की है कि वे अपने बच्चों को पेट के कीड़े मारने की गोली खिलाने के लिए अपने नजदीकी आशा वर्कर, एएनएम आंगनबाड़ी वर्कर को सहयोग करें। इस अवसर पर डीडीपीओ नरेंद्र सारवान, सीटीएम प्रीति रावत, डीपीओ शालू यादव, डीसीडब्ल्यूओ वीरेंद्र यादव सहित संबंधित विभागों से अधिकारी उपस्थित थे।
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