Rewari News : भगवान परशुराम जन्मोत्सव कार्यक्रम के दौरान 150 लोगों को सरकारी योजनाओं से जोड़ा

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150 people were linked to government schemes during Lord Parshuram birth anniversary program
मौहल्ला कृष्णा नगर में भगवान परशुराम के चित्र पर माल्यार्पण कर नमन करते डा. सतीश खोला व अन्य।

(Rewari News) रेवाड़ी। एचपीपीए स्टेट कोऑर्डिनेटर डॉ.सतीश खोला के नेतृत्व में शहर के कृष्णा नगर में भगवान परशुराम जयंती मनाई। नगर पार्षद पूर्व नप प्रधान विजय राव द्वारा आयोजित कार्यक्रम में 150 परिवारों को सरकारी योजनाओं से जोड़ा गया।

पिता की आज्ञा का पालन करते हुए भगवान परशुराम ने अपनी मां का वध कर दिया था

आचार्य दलीप शास्त्री की देखरेख में मोहल्ले के कम्युनिटी सेंटर में हुए कार्यक्रम में डॉ.सतीश खोला ने कहा कि पौराणिक मान्यताओं के अनुसार भगवान परशुराम भगवान विष्णु के छठे अवतार माने गए हैं। भगवान परशुराम कलयुग में मौजूद आठ चिरंजीवी में से एक हैं जो आज भी धरती पर मौजूद हैं। अक्षय तृतीया के दिन जन्म लेने के कारण ही भगवान परशुराम की शक्ति भी अक्षय थी। भगवान परशुराम भगवान शिव और भगवान विष्णु के संयुक्त अवतार माने जाते हैं। भगवान परशुराम ऋषि जमदग्रि की संतान थे। पिता की आज्ञा का पालन करते हुए भगवान परशुराम ने अपनी मां का वध कर दिया था। तब इस पाप से मुक्ति के लिए भगवान शिव की कठोर तपस्या थी।

भगवान परशुराम ने अपने माता-पिता के अपमान का बदला लेने के लिए 21 बार पृथ्वी को क्षत्रिय राजाओं से विहीन कर दिया था। भगवान परशुराम का स्वभाव क्रोधी था। इस कारण सभी देव और दानव इनसे भयभीत रहा करते थे। भगवान परशुराम के क्रोध का सामना भगवान गणेश ने भी किया था। इस मौके पर लगभग 150 गणमान्य नागरिक उपस्थित रहे, जिन्हें सरकारी योजनाओं से जोड़ा गया।

एचपीपीए स्टेट कोऑर्डिनेटर डॉ. सतीश खोला ने नरेश टिकैत के बयान को निंदनीय बताते हुए कहा कि पूरा विपक्ष भी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के फैसलों के साथ खड़ा है। ऐसे में टिकैत का पाकिस्तान की भाषा बोलना बेहद दुर्भाग्यपूर्ण है। उन्होंने कहा कि पहलगाम में हिंदुओं का नरसंहार भारत की अस्मिता और अखंडता पर सीधा हमला है तो पाकिस्तान का बचाव करना देश विरोधी मानसिकता को उजागर करता है। उन्होंने सरकार से आग्रह किया कि ऐसे लोगों के खिलाफ देशद्रोह का मुकदमा दर्ज होना चाहिए।

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