Retired Employees Organization रिटायर्ड कर्मचारी संगठन की गेंद सरकार के पाले में

0
701
Retired Employees Organization

Retired Employees Organization

संजीव कौशिक, रोहतक:

रिटायर्ड कर्मचारी संगठन हरियाणा के राज्य प्रधान प्रेम सिंह सैनी व बलदेव सिंह घनघस ने संयुक्त रूप से बताया कि प्रदेश की गठबंधन सरकार ने पिछले 18 महीनों का बकाया डी ए तो कर्मचारी व पेंशनर का दिया ही नहीं था, अब दु:ख की बात है कि 1 जुलाई 2021 से देने वाला 3 प्रतिशत महंगाई भत्ता भी नहीं दिया। इस संदर्भ में दोनों पेंशनर्ज नेताओं ने कहा कि कर्मचारी व पेंशनर्ज सरकार से कोई खैरात नहीं मांग रहे अपना हक मांग रहे है।

अड़ियल रवैया छोड़े सरकार Retired Employees Organization

सरकार अपना अड़ियल और तानाशाह का रूतबा छोड़कर वातार्लाप के माध्यम से सभी मांगों का समाधान निकाले। इस अवसर पर प्रेम सैनी ने बताया कि सरकार का आफताब ढलता जा रहा है, हमें पता है कि भविष्य के 2 साल तक और सरकार बात नहीं करेगी उसके बाद दोनों नेता सभी कर्मचारी एवम् पेंशनर्ज संगठनों को एक जुट करके आंदोलन करेगें जो कि सरकार के लिए कफन में कील गाढ़ने का काम करेगा। यह आन्दोलन किसान तर्ज पर होगा।

कड़ी मेहनत ही कर्मियों का मंत्र Retired Employees Organization

प्रेम सैनी ने कहा कि मुझे यकीन है कि अपनी जुबान का रस और कड़ी मेहनत के बलबुते पर सभी संगठनों को एक करक आंदोलन करेगे जिस प्रकार से अभी हाल में सभी किसान संगठनों ने संयुक्त रूप से लड़ाई लड़ी जिस कारण सरकार को मुँह की खानी पड़ी। पेंशनर नेताओं ने सरकार को सचेत करते हुए अवगत कराया कि कर्मचारी की पुरानी पेंशनर्ज प्रणाली बहाल नहीं की है।

सरकार पर लगाए आरोप Retired Employees Organization

हरियाणा प्रदेश के साढ़े 5 लाख परिवार कर्मचारी व पेंशनर्ज के है जो किसी भी चुनाव में किसी भी राजनीतिक दल को पटकनी दे सकते है। कितने शर्म की बात है कि सरकार ने आज से 8 महीने पहले कैशलेस मेडिकल फैसिलिटी देने का प्रारूप तैयार किया था परन्तु अब तक नोटिफिकेशन जारी नही किया, न ही 65, 70, 75 वर्ष की आयु के बाद पेंशन बढ़ाई सरकार 80 वर्ष की आयु के बाद पेंशन 20 प्रतिशत बढ़ानी है जबकि 80 वर्ष की आयु के बाद 90 प्रतिशत बूढ़े राम को प्यारे हो जाते है। अब गेंद सरकार के पाले में डालते हुए कर्मचारियों नेताओं ने कहा कि सरकार स्वयं विचार करे ले कि बातचीत करनी है या आंदोलन चाहती है, उसकी मर्जी।