नई दिल्ली। जर्मनी के शोधकतार्ओं के नेतृत्व में हुए एक अध्ययन में चेतावनी दी गई है कि वायु प्रदूषण की वजह से भारत और जापान में उम्र प्रत्याशा कम हो गई है। प्रदूषण पूरी दुनिया में महामारी का रूप ले चुका है। और इसकी वजह से लोगों की जान जा रही है। वायु प्रदूषण के चलते पूरी दुनिया में हर साल 88 लाख लोग जान गंवाते हैं। लंबे समय तक प्रदूषण फैलाने वाले तत्वों के संपर्क में आने से हृदय और रक्त की धमनियां प्रभावित होती हैं, जो मौत का बड़ा कारण हैं। हालांकि, अध्ययन में कहा गया है कि यदि मानवीय गलतियों को सुधार लिया जाए तो वायु प्रदूषण के चलते होने वाली दो-तिहाई मौतों से बचाव संभव है।