लालू यादव व दोनों बेटों को मिली जमानत
मामले की अगली सुनवाई 25 अक्टूबर को होगी
Relief For Lalu Yadav Family (आज समाज), नई दिल्ली : बिहार के बहुचर्चित केस लैंड फॉ जॉब स्कैम में राजग प्रमुख व बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री लालू प्रसाद यादव व उनके परिवार को आज बड़ी राहत मिली है। दरअसल राउज एवेन्यू कोर्ट ने इस मामले में मुख्यारोपी लालू प्रसाद यादव उनके बेटे तेजस्वी यादव व तेजप्रताप यादव को आज जमानत दे दी गई। तीनों को एक-एक लाख के निजी मुचलके पर जमानत दी गई है। अब इस मामले की अगली सुनवाई 25 अक्टूार को होगी।
आठ आरोपियों की हुई पेशी
लालू प्रसाद यादव सहित इस केस में आज कुल आठ आरोपियों की पेशी हुई। इसमें जहां लालू प्रसाद यादव व्हील चेयर पर बैठे दिखाई दिए तो वही तेजस्वी यादव पहली बार पेशी पर पहुंचे। अन्य आरोपियों में अखिलेश्वर सिंह, हजारी प्रसाद राय, संजय राय, धर्मेंद्र सिंह और किरण देवी शामिल थे। इससे पहले ईडी ने मामले में पूरक आरोप पत्र दायर किया था। इसके आधार पर कोर्ट ने तीनों को समन भेजा था।
लालू यादव व उनके परिवार पर ये आरोप लगे
लैंड फॉर जॉब स्कैम का संबंध उस दौर से है जब लालू प्रसाद यादव केंद्र सरकार में रेल मंत्री हुआ करते थे। जांच एजेंसियों के मुताबिक लालू यादव ने रेल मंत्री रहने के दौरान रेलवे में लोगों को नौकरी देने के बदले उनसे जमीन ली थी। लालू यादव 2004 से 2009 तक रेल मंत्री रहे थे । सीबीआई का कहना है कि पटना में लालू यादव के परिवार ने 1.05 लाख वर्ग फीट जमीन पर कथित तौर पर कब्जा कर रखा है।
इन जमीनों का सौदा नकद में हुआ था। यानी, लालू परिवार ने नकद देकर इन जमीनों को खरीदा था। सीबीआई के मुताबिक, ये जमीनें बेहद कम दामों में बेच दी गई थीं। सीबीआई ने ये भी पाया कि जोनल रेलवे में सब्स्टीट्यूट की भर्ती का कोई विज्ञापन या पब्लिक नोटिस जारी नहीं किया गया था। लेकिन, जिन परिवारों ने यादव परिवार को अपनी जमीन दी, उनके सदस्यों को रेलवे में मुंबई, जबलपुर, कोलकाता, जयपुर और हाजीपुर में नियुक्ति दी गई।
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