नई दिल्ली। वित्तमंत्री ने आज 20 लाख करोड़राहत पैकेज का प्रयोग किन क्षेत्रों मेंऔर किस तरह से किया जाएगा इसके बारे में विस्तार से बताया। उन्होंने कहा कि टीडीएस और टीसीएस को 25 फीसदी घटाया जाएगा। सभी तरह के रिफंड मे तेजी लाई जाएगी । इसके अलावा उन्होंने रिटर्न भरने की तारीख 30 नवंबर कर दी गई है। सीतारमण ने कहा कि एमएसएमई की परिभाषा बदलने की मांग लंबे समय से हो रही थी। 25 लाख की मैनुफैक्चरिंग यूनिन पहले माइक्रो में आता था. अब इसमें बदलाव किया गया है। स्मॉल में 10 करोड़ का निवेश और 50 करोड़ का टर्नओवर आएगा। अब मीडियम में 20 करोड़ का निवेश और 100 करोड़ का टर्नओवर आएगा। सीतारमण ने बताया कि अब 1 करोड़ तक का निवेश माइक्रो में ही आएगा। 1 करोड़ निवेश या 5 करोड़ टर्नओवर पर सूक्ष्म उद्योग का दर्जा, 10 करोड़ निवेश या 50 करोड़ टर्नओवर पर लघु उद्योग का दर्जा, 20 करोड़ निवेश या 100 करोड़ टर्नओवर पर मध्य उद्योग का दर्जा दिया जाएगा। 200 करोड़ की सरकारी खरीद के लिए ग्लोबल टेंडर की जरूरत नहीं होगी। उन्होंने कहा कि लोकल को ग्लोबल बनाने की दिशा में उठाया गया यह कदम है। सरकार की इस ऐलान का फायदा सिर्फ उन्हीं कंपनियों को मिलेगा, जिनके पास 100 से कम कर्मचारी हैं और 90 फीसदी कर्मचारी की सैलरी 15,000 रुपये से कम है। 15 हजार से ज्यादा तनख्वाह पाने वालों के लिए पीएफ का योगदान 24 प्रतिशत से घटाकर 20 प्रतिशत कर दिया गया है।