नई दिल्ली। देश में लगातार आर्थिक मंदी को लेकर चर्चा हो रही है। विपक्ष सरकार पर लगातार देश की आर्थिक मंदी आॅटो सेक्टर में आई मंदी को लेकर निशाने साध रहा है। लेकिन इस बीच अगस्त 2019 की थोक महंगाई दर में जुलाई की तुलना में कोई बदलाव नहीं हुआ। अगस्त में थोक महंगाई दर 1.08 फीसदी रही। जबकि, पिछले साल इसी महीने अगस्त 2018 में थोक महंगाई दर 4.62 फीसदी थी। थोक मूल्य सूचकांक आधारित मुद्रास्फीति जुलाई में घटकर 1.08 फीसदी पर आ गई थी। इससे पहले पिछले महीने जून में थोक महंगाई दर पिछले 23 महीनों के निम्न स्तर 2.02 प्रतिशत पर आ गई थी। सब्जियों, ईंधन और बिजली से जुड़े सामानों की कीमतों में कमी के कारण थोक महंगाई दर में लगातार तीसरे महीने गिरावट दर्ज की गई है। इससे पहले पिछले साल जुलाई 2018 में महंगाई दर 5.27 फीसदी पर थी।
सस्ते ईंधन तथा खाद्य सामग्रियों के कारण थोक मूल्य सूचकांक (डब्ल्यूपीआई) आधारित मुद्रास्फीति जुलाई महीने में कई साल के निचले स्तर 1.08 प्रतिशत पर आ गयी। बुधवार को जारी सरकारी आंकड़ों में इसकी जानकारी मिली।
डब्ल्यूपीआई आधारित मुद्रास्फीति इस साल जून में 2.02 प्रतिशत तथा पिछले साल जुलाई में 5.27 प्रतिशत थी। सरकारी आंकड़ों के अनुसार, जुलाई महीने में खाद्य सामग्रियों की मुद्रास्फीति जून के 6.98 प्रतिशत से नरम होकर 6.15 प्रतिशत पर आ गयी।