Delhi CM Breaking News : दिल्ली की सीएम बनते ही रेखा गुप्ता ने रचा इतिहास

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Delhi CM Breaking News : दिल्ली की सीएम बनते ही रेखा गुप्ता ने रचा इतिहास
Delhi CM Breaking News : दिल्ली की सीएम बनते ही रेखा गुप्ता ने रचा इतिहास

पहली सीएम बनी जिन्होंने सरकार बनते ही कैबिनेट सहित की यमुना आरती

Delhi CM Breaking News (आज समाज), नई दिल्ली : इस बार दिल्ली विधानसभा में भारतीय जनता पार्टी ने 27 साल बाद वापसी की है। भाजपा ने दिल्ली की जनता से जो वादे किए हैं अब वह उसे पूरा करने में जी जान से जुट गई है।

गुरुवार को शपथ ग्रहण समारोह के बाद दिल्ली सीएम रेखा गुप्ता ने एक ऐसी पहल की कि उन्होंने इतिहास रच डाला। दिल्ली सीएम अपनी कैबिनेट सहित यमुना नदी के किनारे वासुदेव घाट पर पहुंची और संध्या आरती की। सरकार बनने के पहले ही दिन ऐसा करने वाली रेखा गुप्ता दिल्ली की पहली सीएम बन गई हैं। इससे पहले ऐसा कभी नहीं हुआ कि मंत्रिमंडल ने यमुना आरती की हो। फिलहाल यहां मंगलवार और रविवार को आरती होती है। इसकी शुरूआत उपराज्यपाल वीके सक्सेना ने की।

यमुना को दोबारा साफ करने का किया वादा

भाजपा ने भी अपने चुनावी प्रचार में यमुना के प्रदूषण का मुद्दा उठाते हुए इसे तीन साल में प्रदूषण मुक्त करने का वादा किया है। अब जबकि दिल्ली में भाजपा सरकार बन चुकी है और रेखा गुप्ता के रूप में एक मजबूत सीएम उसे मिल चुका है तो लोगों को भी यह उम्मीद बंध गई है कि अब जल्द ही उन्हें साफ और स्वच्छ यमुना नदी देखने को मिलेगी।

इस तरह काम करेगी नई योजना

सीएम रेखा गुप्ता ने पद ग्रहण करते ही यमुना को साफ करने की कार्ययोजना प्रधानमंत्री कार्यालय (पीएमओ) को सौंप दी गई है। इसमें सीवेज उपचार क्षमता को बढ़ावा देने और अन्य महत्वपूर्ण उपायों पर ध्यान केंद्रित किया गया है। पर्यावरण विभाग के तहत दिल्ली प्रदूषण नियंत्रण समिति (डीपीसीसी) द्वारा यह कार्य-योजना गत सप्ताह दी गई थी।

अधिकारियों ने बताया कि इस योजना में प्रमुख नालों को टैप करना, नए सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट (एसटीपी) स्थापित करना, जेजे समूहों में जल निकासी प्रणाली को जोड़ना, सभी नालों को रोकना, सामान्य अपशिष्ट उपचार संयंत्रों (सीईटीपी) को अपग्रेड करना, बाढ़ के मैदानों से अतिक्रमण हटाना और रिवरफ्रंट का सुंदरीकरण करना शामिल है।

इस हिस्से को सबसे पहले किया जाएगा साफ

कार्ययोजना के अनुसार डीपीसीसी ने इस बात पर प्रकाश डाला है कि शहर में पल्ला से असगरपुर गांव तक यमुना के 48 किलोमीटर के हिस्से को प्राथमिकता-1 (सर्वोच्च प्राथमिकता) प्रदूषित खंड के रूप में वगीर्कृत किया गया है। कार्ययोजना में एक प्रमुख चिंता उच्च बायोकेमिकल आक्सीजन डिमांड (बीओडी) स्तर है, जो तीन मिलीग्राम प्रति लीटर के वांछित मानक से काफी ऊपर है। पानी की गुणवत्ता में सुधार के लिए कार्ययोजना में 23 क्यूमेक्स (437 एमजीडी) के न्यूनतम पर्यावरणीय प्रवाह (ई-फ्लो) की आवश्यकता पर जोर दिया गया है।

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